शेयर बाजारों में 7 दिन से जारी गिरावट का सिलसिला थमा, सेंसेक्स 480 अंक चढ़ा
मुंबई। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच शेयर बाजारों में मंगलवार को 7 कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट के सिलसिले पर ब्रेक लगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने भरोसा दिलाया है कि वह जानलेवा कोरोना वायरस के आर्थिक प्रभाव को थामने के लिए नीतिगत उपाय करेगा। इससे शेयर बाजारों में गिरावट थम गई।
बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 479.68 अंक या 1.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ 38,623.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयर लाभ में रहे। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 170.55 अंक या 1.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,303.30 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में सनफार्मा का शेयर 6.64 प्रतिशत चढ़ गया। सरकार ने स्थानीय स्तर पर आपूर्ति बेहतर करने के लिए 26 तरह की दवा सामग्रियों और औषधियों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
टाटा स्टील, ओएनजीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, पावरग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर आईटीसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर में गिरावट आई।
रिजर्व बैंक ने दिन में कहा कि वह वैश्विक के अलावा जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से बनी घरेलू स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा कि वह वित्तीय बाजारों में सुगमता से कामकाज को सुनिश्चित करने को आवश्यक कदम उठाने को तैयार है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने वैश्विक स्तर पर वायरस के आर्थिक प्रभावों से निपटने को नीतिगत उपायों की घोषणा की है। इससे बाजार का रुख सकारात्मक बना रहा।
धातु और फार्मा कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई। मजबूत डॉलर की वजह से आईटी शेयर भी लाभ में रहे। दुनिया भर के देश वायरस को लेकर ऐहतियाती कदम उठा रहे हैं। इससे दीर्घावधि में वायरस के आर्थिक प्रभाव की आशंका कम हुई है।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.75 प्रतिशत तक का लाभ रहा। बीएसई में 1,234 शेयर लाभ में रहे, 1,165 में नुकसान रहा। 157 शेयरों की कीमतें स्थिर रहीं। चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। वहीं हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नीचे आए।
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार दो प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 2.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ 53.42 डॉलर प्रति बैरल पर था। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में दिन में कारोबार के दौरान रुपया 47 पैसे टूटकर 73.23 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर आ गया।