इस तस्वीर को देख हमें फैसला करना चाहिए कि हमें खून से रिसता हुआ इतिहास चाहिए या मां के आंचल से जिंदगी के लिए बहता दूध
(फोटो सोजन्य: यूक्रेनियन सांसद लीजा वेस्लेन्को के ट्विटर अकांउट से)
खून से लथपथ एक मां, बदन पर एक भी कपड़ा नहीं, चेहरे से लेकर पैरों तक घाव ही घाव। उसके शरीर के हर हिस्से से कतरा-कतरा खून बह रहा है, लेकिन उसकी ममता अपने नवजात बच्चे को दूध पिला रही है। जब शरीर के एक- एक हिस्से से खून बह रहा हो, ऐसे में उसके एक हिस्से से अपने बच्चे के लिए दूध भी आ रहा हो, यह सिर्फ एक मां होने से ही मुमकीन है। एक औरत होने पर ही संभव है।
यूक्रेन के आसमान से रूस की आग बरस रही है, गोला- बारुद गिर रहे हैं। मिसाइलों की आवाजों से यूक्रेन की धरती कांप रही है।
ठीक इन्हीं हालातों में एक मां का अपने मासूम बच्चे को स्तनपान कराने की इस तस्वीर को देखकर किसी की भी रूह कांप सकती है।
यह शायद यूक्रेन की राजधानी कीव के किसी अस्पताल का दृश्य है। या हो सकता है कि किसी बंकर का।
जख्मों से छलनी हो चुके इस मां के शरीर से खून तो टपक ही रहा है, लेकिन उसकी ममता अपने बच्चे के लिए दूध भी बहा रही है।
इस मां की ममता को रूस की सारी फौज मिलकर नहीं डिगा पाई। न गोलियों और न ही आग की तरह आसमान से बरसती मिसाइलें उसके ममत्व को छलनी कर पाए।
इस मां को ये जख्म रूस की उस सेना ने दिए हैं, जो युद्ध के नियमों को ताक में रखकर आम नागरिकों के नरसंहार पर उतर आई है।
जख्मी हालत में बच्चे को दूध पिलाती मां की ये तस्वीर युद्ध की विभिषिका और रूसी सेना आम यूक्रेनी पर नरसंहार की कहानी बयान कर रही है।
रूस के सैनिक अगर इस तस्वीर को देखे तो शायद उन्हें अपने कृत्य पर शर्म आ जाए या उन्हें अहसास हो जाए कि असंख्य लाशें गिराकर भी वे इस मां की ममता के सामने हार चुके हैं।
दुनिया का ताकतवर देश अपनी पूरी सेना लगाकर यूक्रेन जैसे देश को तबाह कर रहा है, वहीं एक खून से सनी इस विभिषिका के बीच एक मां जीवन को बचाने का, जिंदगी को सहेजने की मिसाल कायम कर रही है। एक ही वक्त में इंसानों की दो फितरतों को जाहिर करने वाली ये तस्वीर हम सभी को देखनी चाहिए।
इस तस्वीर को देखकर हम फैसला कर सकते हैं कि हमें क्या चुनना चाहिए... खून से रिसता हुआ मौतों का इतिहास, युद्ध की विभिषिका या इस मां के आंचल से जिंदगी के लिए बहता हुआ दूध।
कीव की महिला की यह तस्वीर यूक्रेनियन सांसद लेजिया वेस्लेन्को ने अपने ट्विटर अकांउट से शेयर की है। उन्होंने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा...
'एक मां ने अपनी देह को अपने नवजात बच्चे के लिए कवच बना लिया। सभी जिंदा है, यह मिसाल है कि किस तरह एक परिवार अपनों की सुरक्षा करता है। यही वो माद्दा है जिससे एक राष्ट्र जीवित रहता है'
यूक्रेनियन सांसद लेजिया वेस्लेन्को लगातार अपने देश में युद्ध की इस विभिषिका को अपने ट्विटर अकांउट से बयान कर रही हैं। उनके ट्विटर अकांउट को विजिट करने के लिए भी कलेजा चाहिए। यहां रूस की अमानवीयता की वो सारी त्रासदी से भरी कहानियां मिल जाएंगी, जिन्हें जिंदगी के खिलाफ रूस का नरसंहार कहा जा सकता है।