जानिए दुनिया के पांच प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
दुनिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भाग-1
जब धार्मिक स्थलों की बात होती है तो भारत की ओर बरबस ही नजर ठहर जाती है। निश्चित ही भारत धार्मिक स्थलों के मामले में अमीर है। लेकिन हम बात कर रहे हैं दुनिया के उन प्रमुख स्थलों की जो जितने प्रसिद्ध हैं उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण और विवादित भी।
1.
कैलाश मानसरोवर : यह जहां हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण है वहीं यह बौद्ध और जैन धर्म के श्रद्धालुओं के लिए भी महत्व की भूमि है। चूंकि यह तीर्थ भारत में होना चाहिए था, लेकिन यह अब चीन में है इसीलिए यह विवादित भी है। हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि चीन में है तो सुरक्षित और साफ-सुधरा है अन्यथा 'मानसरोवर' के क्या हाल होते यह एक भारतीय से ज्यादा कौन समझ सकता है। यह भगवान शिव का निवास स्थान है। यहां शिव साक्षात् विराजमान है।
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2.
काशी विश्वनाथ : इसे बनारस और वाराणसी भी कहा जाता है। भगवान शिव के त्रिशुल की नोक पर बसी है शिव की नगरी काशी। गंगा किनारे हजारों वर्षो पुराने हिंदुओं के इस तीर्थ स्थल पर स्थित है बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक काशी विश्वनाथ। पतित पावनी भागीरथी गंगा के तट पर धनुषाकारी बसी हुई यह काशी नगरी वास्तव में पाप-नाशिनी है। भगवान शंकर को यह गद्दी अत्यन्त प्रिय है इसीलिए उन्होंने इसे अपनी राजधानी एवं अपना नाम काशीनाथ रखा है।विष्णु ने अपने चिन्तन से यहां एक पुष्कर्णी का निर्माण किया और लगभग पचास हजार वर्षों तक वे यहां घोर तपस्या करते रहे। भगवान बुद्ध ने बोध गया में ज्ञान प्राप्त कर यहीं पर अपना पहला प्रवचन दिया और जैनियों के तीन तीर्थंकरो का जन्म यहीं हुआ इसीलिए यह तीनों धर्मों के लिए पवित्र स्थल है। पुराणों में इस नगरी का बहुत विस्तृत वर्णन मिलता है। कबीर ने यहीं पर बैठकर अपने संदेश को दुनिया में फैलाया। तुलसीदास जी ने यहीं बैठकर रामचरित मानस की रचना की।चीनी यात्री (ह्वेनसांग) के अनुसार उसके समय में काशी मे सौ मंदिर थे, किन्तु मुस्लिम आक्रमणकारियों ने सभी मंदिर ध्वस्त कर मस्जिदों का निर्माण किया। मुस्लिम काल के प्रसिद्ध शासक औरंगजेब ने इसका नाम बदलकर मस्जिदें बनाई। इसीलिए आज यह स्थान विवादित स्थल हो चला है।
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3.
राम की अयोध्या : भगवान राम का जन्म आज से 7124 वर्ष पूर्व अर्थात 5116 ईस्वी पूर्व अयोध्या में हुआ था। जैनियों के प्रर्थम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का जन्म भी अयोध्या में हुआ था। तथ्य कहते हैं कि सन् 1528 में अयोध्या में जन्मभूमि पर बने राम मंदिर को तोड़कर एक मस्जिद का निर्माण किया गया। मुगल सम्राट बाबर ने ये मस्जिद बनवाई थी इसलिए इस मस्जिद का नाम बाबरी मस्जिद रखा गया। बाबर भारत का बादशाह नहीं था।
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4.