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दुनिया के प्रॉफेट, ईशदूत, पैगम्बर या अवतारी, कौन कब हुए, जानिए...

दुनिया के प्रॉफेट, ईशदूत, पैगम्बर या अवतारी, कौन कब हुए, जानिए... - date of birth of all prophet
ईश्वर के संदेशवाहक या दूत को अरबी में पैगम्बर, रसूल या नबी, अंग्रेजी में प्राफट, सीअर या डिवाइन मेसन्जर और हिंदी में ईशदूत, ईश्वर का दूत  या भगवान कहा जाता है। भगवान का अर्थ देवता या ईश्वर नहीं होता। इसी तरह इन सब से अलग अर्थ है अवतार या अवतारी का। अवतारी का अर्थ है किसी का किसी में अवतरण होना। जो भी हो, प्रत्येक धर्म में एक ऐसे दिव्य पुरुष हुए हैं जिनके कारण वह धर्म अस्तित्व में आया या उस धर्म की पहले से चली आ रही परंपरा का उत्थान हुआ। उस धर्म के दिव्य पुरुषों को भाषयी अधार पर अलग अलग तरीके से पुकारा गया।
स्वायम्भुव मनु काल :  माथुरा के इतिहास अनुसार अनुमानित 9057 ईसा पूर्व को उनका अस्तित्व विद्यामान था।  हालांकि उनके काल को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं। यह अनुमानित काल है।
 
ऋषभदेव : जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव स्वयंभुव मनु से पांचवीं पीढ़ी में इस क्रम में हुए- स्वयंभुव मनु, प्रियव्रत, अग्नीघ्र, नाभि और फिर ऋषभ। ऋषभनाथ के दो पुत्र थे- भरत और बाहुबली। बाहुबली को वैराग्य प्राप्त हुआ तो ऋषभ ने भरत को चक्रवर्ती सम्राट बनाया। इसी के नाम पर भारत का नाम भारतवर्ष पड़ा।
 
वैवस्वत मनु : मथुरा के इतिहास अनुसार वैवस्वत मनु का जन्म 6673 ईसा पूर्व को हुआ था। उन्हीं के काल में जल प्रलय हुई थी।  हालांकि उनके काल को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं। यह अनुमानित काल है। वैवस्वत मनु को वैदिक धर्म का पुर्नस्थापक माना जाता है।
 
श्रीराम : एक व्यापक शोधानुसार भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व 10 जनवरी को दिन के 12.05 पर भगवान राम का जन्म हुआ था। 5 जनवरी वर्ष 5089 ईसा पूर्व श्रीराम को अयोध्या छोड़कर 14 वर्ष के लिए वन में जाना पड़ा था। इस हिसाब से उस समय श्रीराम की आयु 25 वर्ष (5114-5089) थी।
 
भगवान श्रीकृष्ण : श्रीकृष्ण जन्म समय ग्रह-नक्षत्रों की जो स्थिति थी उस आधार पर किए गए शोधानुसार 3112 ईसा पूर्व को मथुरा के कारागार में हुआ था। आर्यभट्‍ट के अनुसार महाभारत युद्ध 3137 ई.पू. में हुआ। इस युद्ध के 35 वर्ष पश्चात भगवान कृष्ण ने एक बाण लगने के कारण देह छोड़ दी थी। उस वक्त श्रीकृष्ण की उम्र 119 वर्ष की थी। भगवान श्रीकृष्ण को हिन्दू सनातन धर्म का पुर्नस्थापक माना जाता है।
 
हजरत इब्राहीम : बाइबिल अनुसार बाढ़ के 352 साल बाद ह. इब्राहीम जन्म उर में हुआ था। शोधानुसार यह काल लगभग 1800 ईसा पूर्व का था। इब्राहीम धर्म की शुरुआत पैगंबर ह. अब्राहम (अबराहम या इब्राहीम) से मानी जाती है। हालांकि उनके काल को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं। यह अनुमानित काल है।
 
हजरत मूसा : हजरत मूसा के जन्म को लेकर विद्वानों में मतभेद है लेकिन अधिकतर शोधकर्ता बाइबल के आधार पर मानते हैं कि उनका जन्म ईसा पूर्व 1392 को मिस्र में हुआ था। उस काल में मिस्र में फेरो का शासन था। उनका देहावसान 1272 ईसा पूर्व हुआ। हालांकि कुछ विद्वान मानते हैं कि उनका जन्म 1400 ईसा पूर्व और कुछ मानते हैं कि उनका जन्म 1571 ईसा पूर्व हुआ था।  
 
जरथुस्त्र : पारसी धर्म के संस्थापक जरथुस्त्र 1700-1500 ईपू के बीच हुए थे। कुछ इतिहासकार मानते हैं कि फारस के शहंशाह विश्तास्प के शासनकाल में पैगंबर जरथुस्त्र ने दूर-दूर तक भ्रमण कर अपना संदेश दिया।
 
भगवान महावीर : जैन धर्म के पुर्नस्थापक भगवान महावीर स्वामी (वर्द्धमान) का जन्म ईसा से 599 वर्ष पहले वैशाली गणतंत्र के क्षत्रिय कुण्डलपुर में पिता सिद्धार्थ और माता त्रिशला के यहां तीसरी संतान के रूप में चैत्र शुक्ल तेरस को हुआ था। राजकुमार वर्द्धमान के माता-पिता जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ, जो वर्द्धमान महावीर से 250 वर्ष पूर्व हुए थे, के अनुयायी थे।
 
गौतम बुद्ध : यह संयोग ही है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध (सिद्धार्थ) का जन्म नेपाल के लुम्बिनी में ईसा पूर्व 563 को हुआ। इसी दिन 528 ईसा पूर्व उन्होंने बोधगया में एक वृक्ष के नीचे जाना कि सत्य क्या है और इसी दिन वे 483 ईसा पूर्व को 80 वर्ष की उम्र में दुनिया को कुशीनगर में अलविदा कह गए।
 
ईसा मसीह : एक यहूदी बढ़ई की पत्नी मरियम (मेरी) के गर्भ से यीशु का जन्म 25 दिसंबर को बेथलेहेम में हुआ। ज्यादातर विद्वानों के अनुसार सन् 29 ई. को प्रभु ईसा गधे पर चढ़कर येरुशलम पहुंचे। उस वक्त उनकी उम्र थी लगभग 33 वर्ष। इस दिन को 'पाम संडे' कहते हैं। शुक्रवार को उन्हें सूली दी गई थी इसलिए इसे 'गुड फ्रायडे' कहते हैं और रविवार के दिन सिर्फ एक स्त्री (मेरी मेग्दलेन) ने उन्हें उनकी कब्र के पास जीवित देखा। जीवित देखे जाने की इस घटना को 'ईस्टर' के रूप में मनाया जाता है।
 
हजरत मुहम्मद सल्ल. : इस्लाम धर्म के संस्थापक हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्मदिन हिजरी रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख को मनाया जाता है। 571 ईस्वीं को शहर मक्का में पैगंबर साहब हज़रत मुहम्मद सल्ल. का जन्म हुआ था। मक्का सऊदी अरब में स्थित है। 632 ईस्वीं, 28 सफर हिजरी सन् 11 को 63 वर्ष की उम्र में हज़रत मुहम्मद सल्ल. ने मदीना में दुनिया से पर्दा कर लिया।
 
श्रीगुरु नानक : सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानकदेवजी का जन्म कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन 1469 को राएभोए की तलवंडी नामक स्थान में, कल्याणचंद (मेहता कालू) नामक एक किसान के घर में हुआ था।  उनकी माता का नाम तृप्ता था। तलवंडी को ही अब नानक के नाम पर ननकाना साहब कहा जाता है, जो पाकिस्तान में है।