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Written By Author पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
Last Updated : बुधवार, 1 अक्टूबर 2014 (22:09 IST)

चंद्र ने बनाया अमिताभ को सबका चहेता

अमिताभ बच्चन- हैप्पी बर्थ डे

चंद्र ने बनाया अमिताभ को सबका चहेता -
अमिताभ का जन्म इलाहाबाद में प्रसिद्ध कवि हरिवंशराय बच्चन के यहां 11 अक्टूबर 1942 में हुआ, जब भारत गुलाम था। अमिताभ का जन्म जब हुआ, उस समय चंद्रमा तुला राशि पर परिभ्रमण कर रहा था। उसके प्रभाव के कारण ही अमिताभ अच्छी कद-काठी (लंबी हाइट) वाले है।

कुंडली में बैठे चंद्र की स्थिति ने अमिताभ को आर्थिक सुख दिया एवं घर के प्रत्येक सदस्य का चहेता बनाया। चंद्र के कारण अमिताभ युवा अवस्था में लड़कियों के चहेते रहें।

कुंडली में सूर्य की स्थिति ने अमिताभ को दीर्घसूत्री बनाया। अमिताभ को जीवन में बहुत पराक्रम करना पड़ा, परंतु मंगल ने अपने कार्य के प्रति कृतज्ञ बनाया, इसी वजह से आज अमिताभ बच्चन इस मुकाम तक पहुंचे है।





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कुंडली में बुध की स्थिति ने अमिताभ के अन्य ग्रहों के कष्टों को भी खत्म किया, बुध के कारण ही अमिताभ दूसरों की सेवा और मदद करते रहें, परंतु स्वयं हमेशा रोगी रहें। मिथुन के बुध ने धनवान एवं बुद्धिमान बनाया।

अमिताभ के जन्म के समय गुरु कर्क राशि पर थे, जिसके कारण आज अमिताभ स्त्री, पुत्रादि तथा धन से संपन्न है। कुंडली में गुरु के प्रभाव के कारण ही अमिताभ आर्थिक और मानसिक सुखी है। इसी के साथ अपने पिता का नाम रोशन करने में सफल रहे एवं भोगी कम परोपकारी अधिक है। शुक्र ने भी अमिताभ को सुख दिया एवं अपने दर्शकों का हमेशा चहेते बनाएं रखा।

अमिताभ के जीवन में मनपसंद शादी (लव-मैरिज) के योग बने, यह योग कुंडली में बुध एवं शुक्र की स्थिति के कारण ही बना। शनि ने अमिताभ को तेज बुद्धि वाला एवं मृदु (मीठे) स्वभाव का बनाया।




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शनि ने ही अमिताभ को राजनैतिक सुख प्रदान किया था। कुंडली में राहु की स्थिति के कारण पसली संबंधी ‍तकलीफ रही एवं बाद में भी हो सकती है। केतु भी आपको तकलीफ दे सकता है। अत: राहु-केतु की शांति कराना चाहिए।

अमिताभ का जन्म मंगल की महादशा में हुआ, जिसका भोग्यकाल 10 माह 14 दिन रहा। वर्तमान में बुध की महादशा चल रही थी, जो 25.8.1996 से शुरू हुई एवं 25.8.2013 तक रही। बुध की महादशा में 16.12.2010 से शनि की अंतर्दशा चल रही थी, जो 25.8.2013 तक रही। साथ ही 25.8.2013 से शुरू हुई केतु की महादशा 25.8.2020 तक रहेगी।