संक्रांति : महकते व्यंजनों का पर्व
होगी तिल-गुड़ की मिठास
संक्रांति एक बहुत बड़ा त्योहार है। इस दिन सूर्य मकर रेखा पार करके दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं। हमारे शास्त्रों में सूर्य को शक्ति को द्योतक माना जाता है। इसी वजह से संक्रांति का बहुत महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि संक्रांति पर तिल का दान करने से पुण्य मिलता है। सूर्य संक्रमण काल में स्नान करने का भी महत्व माना गया है।
संक्रांति के कुछ दिनों पूर्व से ही तिल, आटे, गुड़-सेव, सूजी और चावल के लड्डुओं की खुशबू से घर महकने लगते हैं। कहीं आटे को भूंजा जाता है तो कहीं तिल धोकर सुखाई जाती है। मकर संक्रांति के नजदीक आते ही लगभग हर घर में लड्डू बनाने की तैयारियां प्रारंभ हो जाती हैं, हो भी क्यों न... संक्रांति के सूर्य संक्रमण काल के इस पर्व को भारत भर में बहुत ही उत्साह और श्रद्धा से मनाया जाता है।