शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
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सस्ते हुए दुपहिया वाहन, शोरूम पर उमड़ी भीड़ (वीडियो)

सस्ते हुए दुपहिया वाहन, शोरूम पर उमड़ी भीड़ (वीडियो) - two wheeler price reduced
एक अप्रैल के बाद देशभर भारत स्टेज (बीएस) 4 उत्सर्जन मानक का अनुपालन न करने वाले किसी भी वाहन को बेचने की अनुमति नहीं होगी। इस निर्णय से प्रभावित होने वाले वाहन डीलरों ने अपने दुपहिया, तीन पहिया, चार पहिया वाहनों को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया है।
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार इंदौर में दुपहिया वाहन 5 से लेकर 20 हजार कम दाम में बेचे गए। जैसे ही इस बात की खबर लोगों को लगी वाहन शोरूम पर भीड़ उमड़ पड़ी और ताबड़तोड़ लोगों ने वाहन खरीद लिए। पता चला है कि स्कूटर 10 से 20 हजार रुपए सस्ते मिल रहे हैं, जबकि मोटर साइकिल 5 से 10 हजार रुपए कम भाव में मिल रही हैं।

इंदौर के सपना संगीता रोड स्थित एक शोरूम पर तो ट्रैफिक जाम के चलते पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। बताया जाता है कि बाजार में यह अफवाह भी चल रही थी कि सिर्फ 20 हजार रुपए में गाड़ियां मिल रही हैं। इससे शोरूम पर भीड़ और बढ़ गई।

एक जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कुछ ही घंटों में सभी दोपहिया वाहन बिक गए। गाड़ी खरीदने वालों से पता चला कि होंडा एक्टिवा 15 से 20 हजार, ज्यूपिटर 7500 से लेकर 10 हजार, स्कूटी करीब साढ़े सात हजार, हीरो ड्यूट और मैस्ट्रो 10 से 14 हजार, होंडा की बाइक करीब 20 हजार रुपए तक कम दाम में बिक गईं। 

मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में वाहनों पर 10 से 15 प्रतिशत छूट दिए जाने की खबर है। हालांकि बाद में लोग शोरूम के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें गाड़ियां नहीं मिलीं। जानकारी तो यह भी है कि स्वयं शोरूम मालिकों ने गाड़ियां दबा ली हैं, ताकि कल यानी 31 मार्च को उन्हें ज्यादा दाम में बेचा जा सके। 
 
इंदौर में जब एक शोरूम पर वेबदुनिया संवाददाता ने गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी चाही तो उसका जवाब था कि हम तो अभी गाड़ी बेच रहे हैं। रजिस्ट्रेशन के नियम के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।  
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि जो वाहन बीएस-4 का अनुपालन नहीं करने वाले होंगे, उनकी बिक्री एक अप्रैल 2017 से भारत में कोई भी वाहन निर्माता या डीलर नहीं करेंगे। चाहे वे दो पहिया, तीन पहिया या चार पहिया हों। बताया जा रहा है कि अदालत के इस फैसले से करीब ऑटो कंपनियों को करीब 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।