बीएचयू में तनाव: राज बब्बर, पुनिया हिरासत में, कैम्पस छावनी में तब्दील
वाराणसी। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में रविवार देर रात लाठीचार्ज के बाद से गरमाया माहौल अभी भी शांत नहीं हुआ है। छेड़खानी के विरोध में बीएचयू के सिंहद्वार पर दो दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं का आंदोलन रविवार को भी जारी रहा। इस बीच छात्राओं के प्रति समर्थन जताने वाराणसी पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया को पुलिस ने शहर में प्रवेश करते ही हिरासत में ले लिया।
शनिवार के पुलिस लाठीचार्ज, गोलीबारी, पथराव और आगजनी के बाद रविवार सुबह भी बीएचयू के बाहर अशांति का माहौल रहा। सिंह द्वार पर छात्राओं का धरना जारी रहा। छात्राओं के समर्थन में बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष और वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा भी धरने में शामिल हुए।
छात्रों के गुस्से को देखते हुए वाराणसी के सभी डिग्री कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इस बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिए हैं। वाराणसी के कमिश्नर से इस मामले की रिपोर्ट देने को कहा गया है। बीएचयू में शनिवार देर रात पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं पर जमकर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ स्टूडेंट्स घायल भी हुए हैं।
बीएचयू में शनिवार रात जो हिंसा हुई, उसका एक नया वीडियो सामने आया है। ये वीडियो बीएचयू के महिला महाविद्यालय कैंपस का है। वीडियो में साफ दिखता है कि लड़कियों का हुजूम गेट के अंदर की तरफ है और बाहर पुलिस जमा है। लड़कियां इस तरफ से पुलिसवालों के खिलाफ नारे लगाती हैं और पुलिस गेट की तरफ बढ़ती है। एक लड़की को छोड़कर बाकी की सभी लड़कियां अंदर की ओर भागती हैं। इतने में एक पुलिसवाला इस लड़की को धक्का देता है, जिससे वो गिर जाती है और फिर दो और पुलिसवाले उसे लाठी से मारते हैं। इसके बाद जोरदार हंगामा होता है।
बीएचयू में पढ़ने वाली लड़कियां कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं। इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर वहां आकर आकर उनकी परेशानियां सुनें और उनका समाधान निकालें। शनिवार रात क़रीब 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी के घर की ओर जाने लगे। वहां बीएचयू के गार्डों से उनकी झड़प हुई। इसके बाद पथराव हुआ।
इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी फिर बीएचयू के गेट पर आकर बैठ गए। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची और धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को हटाने की कोशिश करने लगे। जब ये नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने भी कुछ मोटरसाइकलों में आग लगा दी।