हालांकि श्रद्धालुओं के दोपहिया वाहन समेत निजी वाहनों को केवल निलक्कल आधार शिविर तक ही जाने की अनुमति होगी। केरल राज्य सड़क परिवहन की बस लोगों को पंपा नदी के किनारे तक पहुंचाएगी, जहां से श्रद्धालु मंदिर के लिए रवाना हो सकते हैं।
बाढ़ के कारण पंपा नदी के किनारे तीर्थयात्रियों के लिए की गई सारी व्यवस्थाएं तबाह हो गई थीं जिसके चलते मंदिर की देखभाल करने वाले त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने पिछले महीने ओणम पर्व के लिए मंदिर की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था। मंदिर 21 सितंबर तक खुला रहेगा।
बाढ़ के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पंपा में एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद टीडीबी के अध्यक्ष एम. पद्मकुमार ने कहा कि अय्यप्पा भक्त 'कान्नी' पूजा के दौरान पूजा करने के लिए मंदिर जा सकेंगे।