सपा सांसद ने की 'कश्मीर फाइल्स' पर बैन की मांग, बोले- नफरत फैला रही है फिल्म...
'द कश्मीर फाइल्स' फ़िल्म पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस फिल्म को लेकर देशभर में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में राजनीतिक दल भी खुलकर इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद ने 'द कश्मीर फाइल्स' को 2 समुदायों के बीच नफ़रतें फैलाने वाली करार देते हुए कहा कि जो हमारे दुश्मन चाहते हैं वही काम हमारी सरकार इस वक्त कर रही है। वहीं सरकार द्वारा इस फ़िल्म को टैक्स फ्री करना सही नहीं है।
मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने 'द कश्मीर फाइल्स' फ़िल्म पर रोक लगाने की बात कही है। उनका कहना है कि इस फ़िल्म से समुदायों में नफरत और भेदभाव पैदा हो रहा है, जिसके कारण देश के हालात बिगड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों का दर्द हमारे दिल में भी है, क्योंकि वह अपने देश में रिफ्यूजी हो गए, लेकिन इसको इतना हाईलाइट करना उचित नहीं है। इस फिल्म में वो तमाम चीजें हैं जो हमारी गंगा-जमुनी तहजीब को तोड़ने का काम करती है।
सपा सांसद एसटी हसन ये भी बोले कि मैं यह नहीं जानता सच्चाई क्या है? लेकिन सिनेमाघरों में इस फिल्म को लेकर अभी से लोगों में लड़ाई-झगड़े शुरू हो गए हैं। ऐसे में देश को नफरत की आग में झोंकने से बचाने के लिए पिक्चर पर बैन लगा देना चाहिए।
अगर सरकार इस पर बैन नही लगाएगी तो हो सकता है आने वाले समय में गुजरात फाइल्स, मुरादाबाद फाइल्स और भागलपुर फाइल्स जैसी तमाम पिक्चर दंगों पर बनने लगें और सरकार को उन्हें भी दिखाने की इजाज़त देनी पड़े।
मुरादाबाद सांसद ने यह भी कहा कि यह फिल्म दो समुदायों के बीच आपसी सौहार्द को कम कर रही है और लोगों के बीच विश्वास कमजोर करने का काम करेगी। फिल्म को लेकर समाज में नफरत फैल रही है, जगह-जगह नारेबाजी हो रही है। समाज में दो समुदाय के लोग थिएटर के अंदर एक-दूसरे के गिरेबान तक पहुंच रहे हैं।
इसका बाहर आने पर लोगों के दिलो-दिमाग पर क्या असर होगा, ये सोचने की बात है। फिल्म को टैक्स फ्री करना अच्छी बात नहीं है। जो फिल्म लोगों के दिमाग में जहर घोलने का काम करे, नफरत बरसाए उन पर समाज हित में बैन लगना चाहिए।
मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि सामाजिक ताने-बाने को जोड़े रखने के लिए सरकार से मांग है कि कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास कराने के लिए तुरंत काम शुरू होना चाहिए। विस्थापित कश्मीरी पंडितों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने का सरकार जतन करे। वहीं बाक्स ऑफिस पर यह फिल्म 100 करोड़ से ऊपर का बिजनेस कर चुकी है। देश के प्रधानमंत्री ने भी फिल्म की प्रशंसा की है।