UP में पैसों के लालच में मकान मालिक बना PHD छात्र का हत्यारा, शव के टुकड़े कर गंगनहर में फेंके
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में पैसों के लालच में हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। थाना मोदीनगर क्षेत्र में एक मकान मालिक ने PHD स्कॉलर की गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए आरी से 4 टुकड़े करके गंगनहर में फेंक दिया।
मकान मालिक ने पीएचडी स्कॉलर से 60 लाख रुपए बिजनेस के लिए उधार लिए थे, उसे डर था कि मृतक की पीएचडी पूरी हो चुकी है और वह पैसे वापस मांग सकता है, जिसके चलते उसने अपने साले के साथ मिलकर अंकित खोखर की हत्या कर दी।
मकान मालिक उमेश शर्मा इतना शातिर था कि उसने मृतक अंकित के फोन को दो महीने तक चालू रखा, ताकि किसी को शक न हो कि अब वह दुनिया में नहीं है। हत्या के बाद छात्र के मोबाइल से ऑनलाइन बैकिंग के जरिए हत्यारे उमेश ने अपने साले मृतक छात्र के अकाउंट से 40 लाख रुपए निकाल लिए। मृतक अंकित के दोस्त रूपेश ने 12 दिसंबर 2022 को पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराते हुए बताया कि 5 अक्टूबर के बाद से अंकित फोन नहीं उठा रहा है, बल्कि मैसेज से जवाब देता है।
मैसेज की लेंग्वेज अंकित की नहीं है, अंकित पढ़ा-लिखा है और मैसेज लेंग्वेज अच्छे से जानता है। अंकित के साथ किसी प्रकार से कोई अनहोनी तो नहीं हो गई। हाल फिलहाल में उसके अकाउंट से पैसे भी निकाले गए हैं। दोस्त की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लेकर जांच शुरू की, तो सबसे पहले शक की सुई अंकित के मकान मालिक पर गई।
पुलिस जांच में पता चला कि मृतक अंकित खोखर पीएचडी का छात्र था, जो लखनऊ के बाबा साहेब अंबेडकर यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा था। पीएचडी पूरी होने के बाद उसने अपनी थिसिस यूनिवर्सिटी में जमा करा दी और वह गाजियाबाद में आकर किराए के मकान में रहने लगा।
अंकित के माता-पिता इस दुनिया को पहले अलविदा कह चुके थे, जिसके चलते वह करोड़ों की पुश्तैनी जमीन का अकेला वारिस था। मृतक ने कुछ समय पहले डेढ़ करोड़ में अपनी जमीन बेची थी और उसका पैसा अकाउंट में आया था। मकान मालिक उमेश का साला और अंकित साथ पढ़े थे, जिसके चलते वह उन पर विश्वास करके किराए पर साथ रहने लगा।
उमेश ने बिजनेस के नाम पर पहले 60 लाख रुपए अंकित से उधार लिए, पैसे वापस न देने का लालच उसके मन में आ गया। जिसके चलते उसने छात्र को बातों में फंसाया और उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद भी अंकित के बैंक अकाउंट से अब तक उमेश ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करके रकम निकली है। पुलिस को अंकित के मोबाइल की आखिरी लोकेशन मोदीनगर उमेश के मकान की मिली।
पुलिस ने उमेश और उसकी पत्नी समेत 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो हत्या का पर्दाफाश हो गया। हत्यारे ने बताया कि 6 अक्टूबर को उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर घर के अंदर अंकित की हत्या कर दी और शव के आरी से चार टुकड़े करके मुरादनगर से निवाड़ी के बीच गंगनहर में फेंक दिए। पुलिस अब मृतक शव के छिन्न-भिन्न टुकड़ों को गंगनहर में तलाश रही है।