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Written By वेबदुनिया न्यूज डेस्क
Last Updated : गुरुवार, 30 जुलाई 2020 (18:49 IST)

मध्यप्रदेश में केवल रीवा संभाग में बढ़ा हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम का प्रतिशत

मध्यप्रदेश में केवल रीवा संभाग में बढ़ा हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम का प्रतिशत - Higher Secondary Examination results in Rewa division only in Madhya Pradesh
रीवा। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा घोषित हायर सेकेण्डरी के परीक्षा परिणामों में रीवा संभाग ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। पूरे प्रदेश में केवल रीवा संभाग के परीक्षा परिणामों में गत वर्ष की तुलना में 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। 
 
एक ओर उज्जैन संभाग में 7.8 प्रतिशत, इंदौर में 2.38 प्रतिशत, भोपाल में 4.8 प्रतिशत, जबलपुर में 5.19 प्रतिशत, सागर में 3.5 प्रतिशत तथा ग्वालियर संभाग में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर रीवा संभाग में गत वर्ष की तुलना में हायर सेकेण्डरी के परीक्षा परिणामों में 4 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। रीवा संभाग के लिए हाई स्कूल की तरह हायर सेकेण्डरी बोर्ड परीक्षा के परिणाम भी अत्यंत सुखद रहे। 
 
रीवा संभाग में इस सफलता के पीछे गत वर्ष तत्कालीन कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए गए प्रयासों का महत्वपूर्ण योगदान है। रीवा संभाग के तत्कालीन कमिश्नर तथा वर्तमान में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सचिव के पद पर पदस्थ डॉ. भार्गव के नेतृत्व में संभाग के चारों जिलों में 7 सूत्रीय कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के नवाचार किए गए और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए नई रणनीति के साथ पहल की।
उन्होंने जिला, संभाग तथा तहसील स्तर पर बैठकें आयोजित कर शिक्षकों को प्रशिक्षित एवं प्रेरित किया। स्कूलों में प्रायोगिक कार्य समय पर कराने के लिए प्रयोगशालाओं में सुधार किया गया। प्रत्येक स्कूल में शिक्षकों द्वारा लेसन प्लान बनाकर उसके अनुरूप विद्यार्थियों को शिक्षा दी गई। शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को प्रतिदिन होमवर्क देने तथा होमवर्क शिक्षक द्वारा प्रतिदिन जांचे जाने की नियमित समीक्षा की गई।
 
शिक्षकों के साथ-साथ सभी प्राचार्यों ने भी नियमित रूप से कक्षाओं में जाकर अध्यापन कार्य किया। शिक्षकों की प्रतिदिन की डायरी तैयार कराकर उसके अनुसार कार्य कराया गया। प्रत्येक शाला परिसर तथा शाला भवन की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया। सभी स्कूलों में पालक शिक्षक संघ की नियमित बैठकें आयोजित कर आम जनता से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए भरपूर सहयोग प्राप्त किया गया।
डॉ. भार्गव द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए गए नियमित प्रयासों तथा प्रशिक्षण कार्यशालाओं में शिक्षकों को दिए गए प्रेरक उद्बोधन का सकारात्मक असर हुआ। जो शिक्षक और शिक्षा अधिकारी हमेशा संसाधनों की कमी का रोना रोते रहते थे उन्हीं शिक्षकों तथा अधिकारियों ने सीमित संसाधनों में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया। सबके प्रयास से हायर सेकेण्डरी तथा हाई स्कूल परीक्षा के सुखद परिणाम परिलक्षित हुए। 
 
रीवा संभाग की बेटी खुशी सिंह ने हायर सेकेण्डरी परीक्षा की कला संकाय में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सतना, सिंगरौली, सीधी तथा रीवा के कई विद्यार्थी प्रदेश स्तरीय मैरिट सूची में स्थान बनाने में सफल रहे। सही दिशा में किए गए प्रयासों को सफलता मिलना प्रयासों के पीछे की ऊर्जा को फलीभूत करता है। 
रीवा संभाग में शासकीय स्कूलों के परीक्षा परिणामों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई। सीधी जिले में 4, सतना में 8.5 एवं सिंगरौली में 10.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। शासकीय-अशासकीय विद्यालयों में महत्वपूर्ण बात यह रही कि अशासकीय विद्यालयों की अपेक्षा शासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल रीवा को छोड़कर सभी जिलों में बढ़ा है।

सीधी में 7, सिंगरौली में 11 एवं सतना में 6.5 प्रतिशत परीक्षा परिणाम में वृद्धि हुई। गत वर्ष की तुलना में जिलों की रैंकिंग में भी वृद्धि हुई है। सतना 47वें स्थान पर था तथा इस वर्ष 29वें नंबर पर पहुंच गया है। इसी तरह सीधी 50वें स्थान से 13वें स्थान पर एवं सिंगरौली 44वें स्थान से 20वें स्थान पर पहुंच गया है। 
 

मध्यप्रदेश में रीवा संभाग के 8 छात्र-छात्राओं ने मेरिट सूची में अपना स्थान बनाया है। गृह विज्ञान संकाय में 12, कृषि में 8, विज्ञान में 7 तथा कला संकाय में 3 प्रतिशत परीक्षार्थी अधिक पास हुए हैं।
 
तत्कालीन कमिश्नर रीवा संभाग एवं वर्तमान में सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग डॉ अशोक कुमार भार्गव ने इस सफलता पर संभाग के संयुक्त संचालक अंजनी कुमार त्रिपाठी, विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों एवं अभिभावकों सहित इस कार्य में अपना योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में उक्त नवाचारों के और अधिक अच्छे परिणाम  परिलक्षित होंगे।
 
उल्लेखनीय है कि हाल ही में माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा घोषित 10वीं हाईस्कूल के परीक्षा परिणामों में भी आशातीत 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी जबकि पिछले परीक्षा परिणाम में 06 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

पूरे प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में परीक्षा परिणाम केवल 1.5 प्रतिशत अधिक बढ़ा जबकि रीवा संभाग की वृद्धि प्रदेश के सभी संभागों में सबसे अधिक रही। संभाग के सिंगरौली जिले में शासकीय विद्यालयों के परीक्षा परिणाम में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई वहीं दूसरी ओर सीधी में 23 प्रतिशत तथा सतना में 17.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
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