चिप लगाकर चुराते थे पेट्रोल, हर माह होती थी 10 से 15 लाख की चोरी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने लखनऊ के सात पेट्रोल पंपों पर छापा मारकर इलेक्ट्रानिक चिप के जरिये पेट्रोल चोरी करने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि सूचना मिलने पर एक इलेक्ट्रीशियन को पकड़ा गया था जो पेट्रोल पम्प की मशीनों में चिप लगाता था, जिसकी मदद से गाड़ियों में पेट्रोल भरते वक्त उसे रिमोट के जरिये नियंत्रित करके तेल चोरी किया जाता था। इस बड़े गोरखधंधे के मामले में कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस खुलासे पर एसटीएफ ने राजधानी के सात पेट्रोल पंपों पर एक साथ छापा मारा और सभी की मशीनों में वह चिप लगी पाई गई। करीब 200 मीटर की दूरी तक सिग्नल पकड़ने वाली उस चिप को पम्प परिसर में कहीं भी बैठा व्यक्ति रिमोट के जरिये नियंत्रित करता था। जब रिमोट का बटन दबाया जाता था तो पाइप से पेट्रोल गिरना बंद हो जाता था, जबकि मीटर पर पेट्रोल की मात्रा और रुपयों का नम्बर उसी रफ्तार से चलता रहा था।
चतुर्वेदी ने बताया कि करीब तीन हजार रपये की उस चिप के जरिये प्रति लीटर 50 से 100 मिलीलीटर तेल चोरी किया जाता था। हिसाब लगाने पर पता लगा है कि एक पेट्रोल पंप पर प्रति दिन 10 से 15 लाख रुपए का पेट्रोल चोरी किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि उस चिप को बड़े पैमाने पर पेट्रोल पंपों को बेचे जाने की सूचना मिली है, लिहाजा राज्य के अन्य भागों में भी पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की जाएगी। (भाषा)