बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. विधानसभा चुनाव 2018
  3. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018
  4. Ashok Gehlot,
Written By
Last Updated : सोमवार, 17 दिसंबर 2018 (12:07 IST)

राहुल के भरोसेमंद अशोक गहलोत को तीसरी बार मिली है राजस्थान की कमान, मंच पर दिखी विपक्षी ताकत

राहुल के भरोसेमंद अशोक गहलोत को तीसरी बार मिली है राजस्थान की कमान, मंच पर दिखी विपक्षी ताकत - Ashok Gehlot,
जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में और उनके साथ नई सरकार में बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल हुए सचिन पायलट ने सोमवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कई अन्य विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में जयपुर के अल्बर्ट हॉल में दोनों नेताओं का शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
 
 
गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं। राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले वे चौथे नेता हैं। गहलोत से पहले भैरोसिंह शेखावत और हरिदेव जोशी 3-3 बार मुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि मोहनलाल सुखाड़िया सबसे अधिक 4 बार इस पद पर रहे। गहलोत 1998 में पहली बार और 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। इंदिरा गांधी के समय से राजनीति में सक्रिय गहलोत केंद्र में मंत्री भी रहे हैं।
 
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई अहम पदों पर रह चुके गहलोत 3 बार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। गहलोत ने राजनीति के अलावा 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी शरणार्थियों के शिविरों में काम किया और वे कई सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उपमुख्यमंत्री बने पायलट फिलहाल राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। वे लोकसभा सदस्य और मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे अपने जमाने में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राजेश पायलट के पुत्र हैं।
 
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लंबी खींचतान हुई। गहलोत और पायलट दोनों इस पद की दौड़ में शामिल थे। मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद 14 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को मुख्यमंत्री और पायलट को उपमुख्यमंत्री नामित करने का फैसला किया।
 
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन. चन्द्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी शामिल हुए।
 
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, भूपेन्द्र हुड्डा, सिद्धारमैया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई, नवजोत सिंह सिद्धू, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेतागण भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे। शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं। (भाषा)