भारतीय मुक्केबाज अखिल मुकाबले को तैयार
मुक्केबाज अखिल कुमार से भारतीयों को बहुत उम्मीदें हैं और वे सोमवार को होने वाले मैच में देशवासियों को निराश नहीं करना चाहते। अखिल पिछले मैच में विश्व चैंपियन को शिकस्त दे चुके हैं ऐसे में मोल्दोवा के गोजान वेसेस्लाव के खिलाफ उन्हें जीत का दावेदार माना जा रहा है। हालाँकि खुद अखिल अपने विपक्षी को कमजोर नहीं मानते और अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आप कभी भी अपने विरोधी को कम करके नहीं आँक सकते। 54
किग्रा वजन वर्ग के मुक्केबाज अखिल ओलिम्पिक पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं। उन्होंने कहा कि कई दिग्गज खिलाड़ियों को हार का सामना करना पड़ा है क्योंकि उन्होंने अपने विरोधी को हलके से लिया।रूस के विश्व चैंपियन मुक्केबाज सर्गेई ने भी मुझे कमतर समझने की गलती की थी। अब परिणाम आपके सामने है और मैं क्वार्टर फाइनल में हूँ। मैं रिंग में यह सोचकर नहीं उतर सकता कि मेरा विपक्षी मुझे जीत परोसेगा। हरियाणा के मुक्केबाज ने कहा-मुझे मेरे प्रदर्शन पर भरोसा है। मैं अपनी क्षमताओं को जानता हूँ। मैं भारत का पहला मुक्केबाज बनना चाहता हूँ जिसने ओलिम्पिक पदक हासिल किया हो। यदि मुझे खुद पर ही भरोसा नहीं हो तो यह संभव नहीं हो सकता। अखिल कुमार ने कहा कि आज मैं पदक के लिए लडूँगा। ऐसे समय पर मैं आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकता। 27 वर्षीय भारतीय मुक्केबाज का इससे पहले कभी भी गोजान से सामना नहीं हुआ है। हालाँकि उन्होंने गोजान के मुकाबलों की रिकॉर्डिंग देखकर अपनी तैयारी की है।उन्होंने कहा कि मैं दूरदर्शन का शुक्रगुजार हूँ जिसने मुझे गोजान के कुछ मैचों की रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई। इन्हें देखकर मैंने अपने प्रशिक्षकों के साथ रणनीति बनाई है। मैं यह कहना चाहता हूँ कि कल होने वाले मुकाबले में पूरी तैयारी के साथ उतरूँगा। अखिल कुमार देश में मुक्केबाजों के प्रति उदासीन रवैये से निराश हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यदि कल मैं हार गया तो लोग मेरे बारे में लिखेंगे या पढ़ेंगे। मगर आज मेरी बात सुनी जाएगी। मैं रेलवे में काम करता हूँ। यदि मुझे मुक्केबाजी दस्ताने लेने हों तो महीने के बजट के बारे में सोचना पड़ता है। मैं बहुत ज्यादा की कामना नहीं करता, मगर मुक्केबाजों को अच्छी नौकरी और आर्थिक सुरक्षा मिलनी चाहिए जिससे वे अपने खेल पर ध्यान लगा सकें।