मिल जाएं खुशियां मुट्ठी भर तो बीज बनाकर छींट दूं उन्हें, आंगन में। बारिश होगी, अंकूर फूटेंगे कलियां चटकेंगी, रंग बिखरेंगे लहलहाएगी फसल भर जाएगा जिंदगी का घर खुशियों से!