Last Modified: लखनऊ ,
शनिवार, 29 जून 2013 (14:40 IST)
नदियां फिर उफान पर, लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित
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लखनऊ। उत्तरप्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून खासा जोर पकड़ चुका है और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से शारदा, घाघरा, क्वानो और गंगा समेत विभिन्न नदियां एक बार फिर उफान पर हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में कम से कम 558 गांवों के लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून की सक्रियता जारी है और खासकर पूर्वी हिस्सों में इसने ज्यादा जोर पकड़ रखा है। पिछले 24 घंटे के दौरान पूर्वी इलाकों में अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई।
इस अवधि में बर्डघाट (गोरखपुर) तथा उस्का बाजार (सिद्धार्थनगर) में सबसे ज्यादा 33.33 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
इसके अलावा बांसी (सिद्धार्थनगर) में 21, ककरही (सिद्धार्थनगर) में 20, रिगौली (गोरखपुर) में 19, अयोध्या में 17, चंद्रदीपघाट (गोंडा) और मुखलिसपुर (संत कबीर नगर) में 15- 15, बलरामपुर में 14 तथा सुल्तानपुर में 12 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसके जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है।
तेजी से बढ़ रही घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में लाल निशान से ऊपर बह रही है, वहीं क्वानो नदी भी चंद्रदीपघाट (गोंडा) में खतरे के चिह्न को पार कर गई है। घाघरा अयोध्या और तुर्तीपार (बलिया) में लाल निशान के नजदीक बह रही है।
तुर्तीपार में शुक्रवार को तक इस नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की आशंका है। गंगा नदी फतेहगढ़ और अंकिनघाट (कानपुर देहात) में, जबकि रामगंगा नदी डाबरी (शाहजहांपुर) में खतरे के निशान के आसपास बह रही है।
इस बीच राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 558 गांवों में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
इनमें लखीमपुर खीरी में 134, बिजनौर में 81, मुजफ्फरनगर में 77, फर्रुखाबाद में 75, मेरठ में 71, सीतापुर में 32, अलीगढ़ में 22, रामपुर में 18 गांव, बदायूं में 15, हापुड़ तथा बहराइच में 10-10, फैजाबाद में 8 तथा बाराबंकी में 5 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। (भाषा)