बोहरा धर्म गुरु के डोनेशन देने पर तीखी प्रतिक्रिया
बोहरा समाज के धर्म गुरु सैयद मुफद्दल सैफुद्दीन ने मिस्र को 10 मिलियन पौंड का डोनेशन दिया है। सैयदना के धर्म गुरु के रूप में उनकी पहली मिस्र यात्रा पर पहुंचने पर मिस्र के प्रेसिडेंट अब्देल फताह इल सिसी ने उनका स्वागत किया। सैयदना साहब ने इतनी बड़ी रकम लॉन्ग लिव इजिप्ट फंड के लिए दी है, लेकिन बोहरा समाज में ही इतने बड़े डोनेशन पर तीखी प्रतिक्रियाए आ रही हैं। सैयदना साहब के डोनशन देने के फैसले पर समाज के लोगों ने ही सवाल उठा दिए हैं। दाऊदी बोहरा समाज के वेब फोरम पेज पर लोगों ने सैयदना के इस फैसले पर प्रक्रिया देते हुए कहा है कि ऐसे देश को इतनी बड़ी धनराशि दान करने से क्या फायदा जहां के बारे में हम लोग ठीक से जानते भी नहीं? दरअसल मिस्र में बोहरा समुदाय के कुछ हज़ार लोग ही रहते हैं और बाकी की धनराशि का उपयोग धनराशि के वितरण से जुड़े लोग अपने निहित स्वार्थ के लिए कर रहे हैं। इन प्रतिक्रयाओं में कहा गया है कि सैयदना साहब ने मिस्र (इजिप्ट) की यात्रा की और 10 मिलियन पाउंड की धनराशि दान की, जो 1.4 मिलियन यूएस डॉलर के बराबर है और काफी बड़ी धनराशि है। सैयदना साहिब यह जानते हैं कि यह उनका निजी पैसा नहीं है, बल्कि यह वह पैसा है जिसे उन्होंने ज़क़ात और वाजिबात के नाम पर एकत्रित किया है। बोहरा समुदाय के आदमी को यह ज़क़ात और वाजिबात चुकाने के लिए काफी मेहनत करना पड़ती है।फोरम पेज पर यह भी लिखा गया है कि कि 'एफएमबी' नाम की स्कीम, जिसे कल्याणकारी योजना के रूप में शुरु किया गया था, यह स्कीम भी अब अन्य दूसरे कार्यक्रमों की तरह बन चुकी है। यदि आप इसका पैसा नहीं चुकाते हैं, तो आपको कम्यूनिटी से कर्ज नहीं मिल पाता है। सैयदना साहिब का विचार है कि बोहरा समुदाय के आम व्यक्ति के कल्याण के लिए कोई भी योजना लागू नहीं की गई है। 'बिग मुंबई प्रोजेक्ट' पर भी कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। क़ाइद जौहर भाईसाहब ने समुदाय कमेटी से उस समय इस्तीफा दे दिया था, जब उनके द्वारा नियुक्त व्यक्ति ने बोहरा समाज के साथ धोखाधड़ी कर समुदाय के करोड़ो रूपए का गबन किया था।