Last Modified: कोलकाता ,
शनिवार, 28 अप्रैल 2012 (01:00 IST)
सालिम अली अब कॉमिक्स में
वन्यजीव संरक्षण के लिए अपना जीवन अर्पित कर देने वाले महान पक्षी विज्ञानी सालिम अली से अब पाठक कॉमिक्स की पुस्तकों के जरिए भी होंगे अवगत।
हाल ही में अमर चित्र कथा और बंबई नेचरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) ने ‘सालिम अली-द बर्ड मैन ऑफ इंडिया’ पुस्तक निकाली है, जो कार्टूनों के माध्यम से भारत के इस महान प्रकृतिविद की कहानी बताती है।
यह पुस्तक बताती है कि महज कुछ दूरबीन साथ लेकर कैसे इस व्यक्ति ने भारत के पक्षियों के बारे में जानने के लिए देश का भ्रमण किया।
धन, यश, सुख-सुविधा और सुरक्षा का ख्याल किए बगैर वे हर क्षेत्र- मरूस्थल, वर्षावनों, पर्वतों आदि में गए तथा उन्होंने पक्षियों की प्रजातियों और उनके लक्षणों के बारे में अध्ययन किया।
बीएनएचएस के निदेशक डॉ. असद रहमानी याद करते हैं कि जब अली बच्चे थे तब उन्होंने बीएनएचएस के तत्कालीन सचिव डब्ल्यू एस मिल्लार्ड से पक्षी विज्ञान की पहली सीख ली थी।
उन्होंने कहा कि मिल्लार्ड ने उन्हें पीले गले वाले गोरैया की पहचान में मदद की। आगे चलकर पक्षियों में सालिम की दिलचस्पी ने उन्हें बीएनएचएस के समीप ला दिया। आजादी के बाद मुम्बई निवासी अली उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को पत्र लिखकर वन्य जीव संगठन के लिए वित्तीय मदद की मांग की। ‘बर्डमैन ऑफ इंडिया’ के रूप में प्रसिद्ध और पद्म विभूषण से सम्मानित अली 1987 में 90 साल की उम्र में चल बसे। (भाषा)