Last Modified: नई दिल्ली ,
शुक्रवार, 5 अगस्त 2011 (00:21 IST)
डीजल की दोहरी मूल्य प्रणाली पर विचार
सरकार डीजल ब्रिकी के लिए दोहरी मूल्य नीति अपनाने पर विचार कर रही है जिसमें लग्जरी कार मालिकों को महंगा डीजल मिलेगा जबकि किसानों और परिवहन व्यवस्था में लगे वाहनों को सस्ता डीजल उपलब्ध होगा।
सरकार द्वारा डीजल ब्रिकी के लिए दोहरी मूल्य नीति पर विचार के बारे में पूछे जाने पर पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ये सब प्रस्ताव हैं जिन पर वित्तमंत्रालय विचार कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि देश में वाहन ईधन के रूप में सबसे अधिक खपत डीजल की होती है लेकिन उसे रियायती दाम पर बेचा जा रहा है।
डीजल सब्सिडी फिलहाल 6.82 रुपए प्रति लीटर है और सालाना आधार पर यह राशि 52,365 करोड़ रुपए बैठती है। जबकि मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कुल ईधन सब्सिडी 1,14,336 करोड़ रुपए अनुमानित है।
देश में परिवहन क्षेत्र (ट्रक तथा यात्री बस) के लिए सब्सिडीयुक्त डीजल बेहतर ईंधन होता है। सिंचाई पंपों तथा खेतीबाड़ी के अन्य उपकरणों में भी इसका इस्तेमाल है।
हालांकि, अब लग्जरी कारों तथा महंगे स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) भी डीजल से चलने लगे हैं और माल्स तथा दूरसंचार टावरों के जेनरेटरों में भी डीजल का ही उपयोग होता है।