जंतर-मंतर हुआ पूरी तरह ‘अन्नामय’
‘मैं भी अन्ना, तू भी अन्ना, अब तो सारा देश है अन्ना’ के नारे से सराबोर गांधीवादी अन्ना हजारे का आंदोलन आज एक बार फिर उस जंतर-मंतर पहुंचा, जहां पिछले साल अप्रैल में उसने अपनी शुरुआत की थी और पूरा उपवास स्थल ‘अन्नामय’ नजर आया।भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों के संरक्षण के लिए कड़ा कानून बनाने और इसका निशाना बने लोगों को न्याय देने की मांग को लेकर आज हजारे ने यहां एक दिवसीय सांकेतिक उपवास किया।हाथों में तिरंगा लिए और अन्ना टोपी पहने सैंकड़ों लोगों का हुजूम देखा जा सकता था जहां का पूरा वातावरण देश भक्ति के गीतों से लबरेज था। जंतर-मंतर पर करीब सवा ग्यारह बजे 74 वर्षीय अन्ना हजारे के पहुंचने से पहले ही उपवास स्थल पूरी तरह लोगों से भर गया था। उपवास स्थल पर हजारे के पहुंचते ही लोगों ने ‘वंदे मातरम, भारत माता की जय और इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लागने शुरू कर दिए। हाथों में तिरंगा लिए और देशभक्ति गीतों की धुनों पर ताली बजाते लोगों ने इंडिया एगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नारे भी लगाए।इंडिया एंगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं के टी-शर्ट इस बार नये डिजाइन में नजर आए । पिछली बार तक जहां सफेद टी शर्ट पर इंडिया एंगेंस्ट करप्शन तिरंगे में छपा होता था, वहीं इस बार टी शर्ट काले रंग की और उस पर अशोक चक्र नजर आया। साथ में आईएसी भी लिखा था।धूप से उत्साही भीड़ को बचाने के लिए पानी की व्यवस्था की गई थी और कार्यकर्ता लगातार पानी के पाउच बांटते नजर आए। धूप के कारण कुछ लोग को पानी की कमी (निर्जलीकरण) का सामना करना पड़ा और उन्हें चिकित्सीय सहायता मुहैया कराई गई। एसएमएस के प्रसार को लेकर नए सरकारी नियमों के आलोक में इस बार ‘अन्ना’ एसएमएस पैक जबरदस्त बिका। 25 रुपए के इस पैक में अन्ना आंदोलन से जुड़ी सारी जानकारियां एसएमएस के माध्यम से भेजी जाएंगी।जंतर-मंजर पर उपवास स्थल पर एलसीडी स्क्रीन लगाए गए थे, जहां भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करते हुए मारे गए लोगों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। करीब 10 शहीदों के परिजनों ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया। इस दौरान बीच-बीच में देशभक्ति के गीत भी गाए जा रहे थे।मंच पर एक बड़ा बैनर लगाया गया जिसमें महात्मा गांधी के साथ भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करते हुए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 19 शहीदों के चित्र थे।जंतर-मंतर पर बड़ी संख्या में पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे उपभोक्ता फोरम आरसीएम के सदस्य मौजूद थे। इसकी घोषणा टीम अन्ना ने मंच से की। आरसीएम के समर्थक अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिसपर लिखा था, ‘विदेशी को मौका, स्वदेशी को धोखा..ये नहीं चलेगा।’ आयोजनकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों के लिए भी बड़े क्षेत्र में व्यवस्था की थी और एक बार फिर मीडिया भारी संख्या में यहां मौजूद था, आंदोलन में जिनके योगदान की टीम अन्ना के सदस्यों ने कई बार सराहना की। (भाषा)