शरद पवार ने क्या बताई हार की वजह... पढ़ें अगले पेज पर....
कैसे नेतृत्व की बात कर रहे हैं शरद पवार... पढ़ें अगले पेज पर...
कांग्रेस में मुफ्त सलाहकारों का दबदबा...अगले पन्ने पर..
पवार ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय में वैसे तत्वों जिनका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं था वे कभी सामने नहीं आए। उन्होंने कहा मौजूदा समय के विपरीत लोगों का समूचा वर्ग जो हमेशा हर मामले पर अपनी मुफ्त की सलाह देने का इच्छुक रहता है, वे उस समय अनुपस्थित थे।
उन्होंने कहा इन मुफ्त के सलाहकारों का इस तरह दबदबा है कि मीडिया के लोगों के साथ-साथ सरकार उनका शिकार बन जाती है और यह मानने लगती है कि इन सलाहकारों की राय जनता की राय है। हमें इस बारे में भी सोचने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि नए मतदाताओं ने इन चुनावों में बड़ी भूमिका निभाई। वे बदलाव चाहते हैं और जिन दलों में बदलाव लाने की क्षमता है उन्हें निर्वाचित किया गया है। यह राजस्थान और दिल्ली दोनों के मामले में दिखाई पड़ा है। राष्ट्रीय राजधानी के चुनावों की बात करते हुए राकांपा प्रमुख ने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा जिसने भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली का वादा करते हुए प्रचार किया था।
उन्होंने कहा लेकिन उसी वर्ग के लोग जिन्होंने अवैध कॉलोनियां बनाईं वे चाहते हैं कि उसे वैध बनाया जाए। एक तरफ उसी वर्ग के लोग प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं और भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली के ‘आप’ के आह्वान पर मतदान कर रहे हैं और दूसरी तरफ वे मांग कर रहे हैं कि अवैध कॉलोनियों को वैध बनाया जाए। आप दिल्ली में इस तरह का विरोधाभास पाएंगे।
प्याज की कीमत कम करना आसान नहीं...आगे पढ़ें..
पवार ने आश्चर्य जताया कि अरविंद केजरीवाल इन गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों से क्या कह रहे थे। पवार ने कहा, उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) कहा कि वह सत्ता में आने पर प्याज की कीमतों को आधा कर देंगे। यह कहना आसान है और करना मुश्किल। राज्य इन कीमतों पर नियंत्रण नहीं कर सकते हैं क्योंकि वे मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती हैं जो बहुत हद तक परिस्थितियों यथा सूखा, पानी की उपलब्धता आदि पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जब प्याज और अन्य कृषि उत्पादों की कीमतें गिरती हैं वही किसान प्रभावित होता है लेकिन दिल्ली के नागरिक तब भी सस्ता प्याज चाहते हैं। पवार ने राष्ट्रीय राजधानी को बहुत लाड़-प्यार वाला :पैंपर्ड: शहर बताया।
उन्होंने कहा यद्यपि आप को इस तरह के प्रचार अभियान से फायदा हुआ है, लेकिन आज हमारे सामने ऐसी स्थिति है कि कोई भी पार्टी दिल्ली में सरकार नहीं बना सकती है।
पवार ने कहा अगर आप सत्ता में आती है तो मैं उन्हें प्याज, सब्जी और बिजली की कीमतों में कमी लाते देखना चाहूंगा। सिर्फ तभी जनता उनके प्रचार अभियान के बारे में सच्चाई जानेगी क्योंकि इन कीमतों पर राज्यों का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई नेता अपनी लोक उन्मुख नीतियों के बारे में आश्वस्त और निर्णायक है तो उसे इस तरह के सत्ता के नए केंद्रों के समक्ष दावा नहीं करना होगा। (भाषा)