सोमवार, 23 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Yogi Aditynath one year in UP
Written By
Last Modified: लखनऊ , गुरुवार, 15 मार्च 2018 (12:52 IST)

हार की मायूसी के बीच यूपी में जश्न की तैयारी

हार की मायूसी के बीच यूपी में जश्न की तैयारी - Yogi Aditynath one year in UP
लखनऊ। लोकसभा उपचुनाव में मिली शिकस्त को दरकिनार करते हुए भाजपा ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की पहली सालगिरह उत्सव की तरह मनाने की सभी तैयारी पूरी कर ली हैं। हार से मायूस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के इरादे से पार्टी जनता के बीच जाकर केन्द्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान करेगी।
  
भाजपा ने इसके लिए बाकायदा 20 दिनों का एक कार्यक्रम भी तैयार किया है। आगामी छह अप्रैल तक पार्टी गांवों और शहरों में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये केन्द्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां जनता के सामने रखेगी। जिला स्तर पर बैठकों का दौर गुरुवार से शुरू हो चुका है जिसके अंतर्गत पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की रणनीति साझा की जाएगी। इस दौरान कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। 
 
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडेय फर्रुखाबाद में सालगिरह के मौके पर आयोजित होने वाले समारोह का श्रीगणेश करेंगे। कार्यक्रम के सिलसिले में भदोही गए विजय बहादुर पाठक ने बताया कि उपचुनाव में मिली शिकस्त को लेकर पार्टी गंभीर है मगर हताश नहीं है। कार्यकर्ताओं में जोश भरने के इरादे से सालगिरह को जोरशोर से मनाया जाएगा और जनता के बीच सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की जाएगी। 
 
उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं। इस हार से हमारा आत्मविश्वास जरा भी नही डगमगाया है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 80 सीटें जीतेगी।
 
भाजपा नेता ने बताया कि 17 मार्च तक भाजपा नेता मंडल स्तर पर कार्यशालाएं और बैठकें आयोजित करेंगे जबकि 26 मार्च से छह अप्रैल के बीच कार्यकर्ता और नेता ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर घर घर संपर्क अभियान चलाएंगे। लोगों को योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा गरीब, किसान और युवाओं के लिए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के योगदान के बारे में उन्होंने बताया जाएगी।
 
गौरतलब है कि फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में बुधवार को आए नतीजों में भाजपा को दोनों क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। (वार्ता)
ये भी पढ़ें
जल्द निपटा लें बैंक के काम, क्योंकि...