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Last Modified: मंगलवार, 28 जनवरी 2020 (13:50 IST)

NCC कैडे्टस से पीएम मोदी बोले, हफ्ते-10 दिन में पाक को चटा देंगे धूल

NCC कैडे्टस से पीएम मोदी बोले, हफ्ते-10 दिन में पाक को चटा देंगे धूल - PM Modi says NCC Cadets, can beat Pakistan in 8-10 days
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस देश के युवाओं में अनुशासन हो, दृढ़ इच्छाशक्ति हो, निष्ठा हो, लगन हो, उस देश का तेज गति से विकास कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि हमारा पड़ोसी देश हमसे तीन-तीन युद्ध हार चुका है। हमारी सेनाओं को उसे धूल चटाने में हफ्ते-दस दिन से ज्यादा समय नहीं लगता।
 
उन्होंने कहा कि आज विश्व में हमारे देश की पहचान, युवा देश के रूप में है और देश के 65 प्रतिशत से ज्यादा लोग 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। देश युवा है, इसका हमें गर्व है लेकिन देश की सोच युवा हो, यह हमारा दायित्व होना चाहिए।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का युवा देश बदलना चाहता है, स्थितियां बदलना चाहता है। इसलिए उसने तय किया है कि अब टाला नहीं जाएगा, अब टकराया जाएगा, निपटा जाएगा।
 
मोदी ने कहा कि हम जानते हैं कि हमारा पड़ोसी देश हमसे तीन-तीन युद्ध हार चुका है। हमारी सेनाओं को उसे धूल चटाने में हफ्ते-दस दिन से ज्यादा समय नहीं लगता।
 
उन्होंने कहा कि आज देश युवा सोच, युवा मन के साथ आगे बढ़ रहा है और इसलिए वह सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है और आतंक के सरपरस्तों को उनके घर में जाकर सबक सिखाता है।
 
दशकों पुरानी समस्याएं सुलझा रही हमारी सरकार के फैसले पर जो लोग सांप्रदायिकता का रंग चढ़ा रहे हैं, उनका असली चेहरा भी देश देख चुका है और देख रहा है। मैं फिर कहूंगा- देश देख रहा है, समझ रहा है। चुप है, लेकिन सब समझ रहा है। 

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 17 सौ से ज्यादा कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को दशकों तक उनके घर का मालिकाना हक नहीं मिला था। दिल्ली के 40 लाख लोगों के जीवन से, उनकी सबसे बड़ी चिंता को दूर कर दिया है। जिसका लाभ हिंदुओं को होगा और मुस्लिमों को भी, सिखों को होगा और ईसाइयों को भी।
 
मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से स्वतंत्र भारत ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों से ये वादा किया था कि अगर उनको जरूरत होगी तो वो भारत आ सकते हैं। यही इच्छा गांधी जी की थी और यही 1950 में नेहरू-लियाकत समझौते की भी थी।
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