क्या है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ताजगी का राज?
नई दिल्ली। ऐसा कहा जाता है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 24 घंटे में से 18 घंटे काम करती थीं। कई बार तो वे विमान यात्रा के दौरान ही चंद घंटों की नींद लेकर तरोताजा हो जाती थीं। कुछ ऐसा ही हाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है। उनके चेहरे पर कभी थकान नहीं दिखाई देती और वे जहां भी जाते हैं जोशीले अंदाज में भाषण देकर लोगों को अपना दीवाना बना देते हैं। लोगों में यही उत्सुकता रहती है कि आखिर उनमें इतनी ऊर्जा आती कहां से है? क्या है उनकी इस तरोताजगी का राज?
दीगर मुल्कों के चाहे राष्ट्राध्यक्ष हों या प्रधानमंत्री, वे जरूरी कामों के साथ ही सैर-सपाटा और मनोरंजन के लिए वक्त निकाल ही लेते हैं लेकिन मोदी दुनिया के एकमात्र ऐसे राजनेता हैं जो कभी छुट्टी नहीं लेते इसके बाद भी पूरी दुनिया उनकी चुस्ती-फुर्ती की कायल है। एक इंटरव्यू में मोदी ने कहा था कि मुझे दूसरे लोगों की तरह रात को सोने के लिए नींद की गोली नहीं लेनी पड़ती। मैं रात को 12 बजे के आसपास अपने बिस्तर पर जाता हूं और 11वें मिनट में ही नींद के आगोश में चला जाता हूं।
सुबह साढ़े पांच बजे उठने के बाद फ्रेश होता हूं और फिर आधे घंटे तक योगा करता हूं। योग करने से मेरे सारे तनाव दूर हो जाते हैं। यह क्रम कोई प्रधानमंत्री बनने के बाद से नहीं शुरू हुआ बल्कि बरसों से यही दिनचर्या है। सुबह वे सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। इससे उन्हें दुनियाभर के अपडेट्स मिलते हैं। इसके बाद वे जरूरी मेल का खुद जवाब देते हैं और देशहित में कोई जरूरी सुझाव आता है तो उसे आगे फारवर्ड कर देते हैं।
मोदी को इस बात की खुशी है कि योग को दुनिया अपना रही है और अपने शरीर को स्वस्थ कर रही है। उन्हें सारी ऊर्जा योग के जरिए ही मिलती है। पिछले महीने मोदी पुर्तगाल, अमेरिका और नीदरलैंड की यात्रा पर गए थे। मोदी ने तीन दिन और चार रातें विदेश में बिताईं। वे 95 घंटे यात्रा में रहे, जिनमें से 33 घंटे उन्होंने एयर इंडिया के हवाईजहाज में बिताए।
मोदी की कार्यशैली देखिए कि पुर्तगाल से अमेरिका जाते समय उन्होंने रात की नींद हवाईजहाज में ही पूरी की। यही नहीं, अमेरिका से नीदरलैंड जाते समय भी वो रात को विमान में ही सोते नजर आए। पिछले महीने 24 जून को वे सुबह दिल्ली से पुर्तगाल के लिए रवाना हुए।
पुर्तगाल का हवाई सफर 10 घंटे का था, इसके बाद भी मोदी के चेहरे पर शिकन तक नहीं आई और पुर्तगाल पहुंचकर बजाए आराम फरमाने के वे लिस्बन एयरपोर्ट के वीवीआईपी लाउंज में वहां के विदेश मंत्री से मुलाकात कर रहे थे। खास बात गौर करने वाली है कि इतने लंबे सफर के बाद भी प्रधानमंत्री ने पुर्तगाल और नीदरलैंड में एक भी रात नहीं बिताई। जो कुछ आराम करना था, उन्होंने एयर इंडिया के विमान में ही किया...
मोदी ने अमेरिका की दो दिन की यात्रा में 17 कार्यक्रमों और बैठकों में हिस्सा लिया और फिर वे नीदरलैंड से सीधे दिल्ली पहुंचे। असल में मोदी की दिनचर्या और सीमित खानपान की वजह से वे इतने सक्रिय रहते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी मोदी का चेहरा ताजगी से इसलिए भरा रहा क्योंकि उन्होंने वक्त की कीमत समझी। वे हेलीकॉप्टर से सीधे सभा स्थल के समीप बने हेलीपेड पर उतरते और संबोधन के बाद वहीं से रवाना हो जाते।
मोदी का मानना है कि इंसान नियमित रूप से थोड़ा-बहुत व्यायाम करे और खानपान पर ध्यान रखे तो असीमित ऊर्जा प्राप्त कर सकता है। यदि सिर्फ आधा घंटा योग ही कर ले तो वह खुद को तंदरुस्त रख सकता है। इसमें शर्त यह भी है कि वह व्यसनों से दूर रहे.. (वेबदुनिया न्यूज)