PM मोदी से मिले कश्मीर के उद्यमी, बोले- मोदी की गारंटी जैसे हैं हमारे उत्पाद...
Kashmiri entrepreneurs met Prime Minister Modi : जम्मू-कश्मीर के उद्यमियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वे भी अपने उत्पादों के लिए 'मोदी की गारंटी' जैसी गारंटी देते हैं। प्रधानमंत्री की जम्मू-कश्मीर की 2 दिवसीय यात्रा के दौरान स्टार्टअप में अच्छा काम करने वाले युवाओं ने उनसे बातचीत की। उनकी यात्रा शुक्रवार को यहां समाप्त हुई।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर बातचीत का वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने लिखा है, कल श्रीनगर में मुझे जम्मू-कश्मीर के प्रतिभाशाली युवाओं से मिलने का अवसर मिला, जो स्टार्टअप में अच्छा काम कर रहे हैं। बातचीत के मुख्य अंश यहां हैं।
इस बातचीत में कई महिला उद्यमी भी शामिल थीं। एक महिला उद्यमी, जिनका स्टार्टअप पशुओं के लिए चारा और पोषक आहार तैयार करता है, ने प्रधानमंत्री को बताया कि उसके उत्पादों की संख्या 22 है। महिला उद्यमी ने मोदी से कहा कि उनके एक साल पुराने स्टार्टअप ने अब तक 500 टन चारा तैयार किया है और एक करोड़ रुपए कमाए हैं।
मोदी से प्रेरित है यह महिला उद्यमी : जब मोदी ने उद्यमी से पूछा कि क्या वह अपनी पीएचडी को प्राथमिकता देगी या स्टार्टअप को, तो उन्होंने जवाब दिया कि वह उनसे प्रेरित है और दोनों पर ध्यान केंद्रित करेगी। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के कचकूट गांव की एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट शीला इमरान ने प्रधानमंत्री को बताया कि उनके गांव की महिलाएं बहुत कुशल हैं और वह हस्तशिल्प उत्पादों को बनाने के लिए उनके कौशल का उपयोग करती हैं।
जब मोदी ने उनसे उत्पादों के विपणन के बारे में पूछा तो शीला ने कहा कि उनकी एक ई-कॉमर्स वेबसाइट है। एक अन्य उद्यमी ने कहा कि उन्होंने मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने से प्रेरणा लेकर ऑनलाइन शुरुआत की। जैम और शहद जैसे खाद्य उत्पाद बनाने वाले स्टार्टअप 'जस्ट ऑर्डर' के मालिक ने मोदी को बताया कि वे स्थानीय स्तर पर सामग्री खरीदते हैं।
मोदी की गारंटी जैसी गारंटी भी देते हैं : उद्यमी ने प्रधानमंत्री से कहा, हम अपने उत्पादों के लिए 'मोदी की गारंटी' जैसी गारंटी भी देते हैं। हम पैसे वापस करने की गारंटी देते हैं। लैवेंडर उत्पादों से जुड़े एक स्टार्टअप ने मोदी से कहा कि उनके साथ 2500 किसान जुड़े हुए हैं और जब प्रधानमंत्री के मासिक 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम में लैवेंडर की खेती की संभावनाओं के बारे में बताया गया, तो उन्हें प्रोत्साहन मिला। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour