जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी से पूछा सवाल- जनता का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को क्यों दिया?
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (Jp nadda) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से कई सवाल पूछे। नड्डा ने राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग से लेकर कांग्रेस के चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से संबंधों को बारे में पूछा। नड्डा ने कहा कि कोरोना वायरस और चीन विवाद की आड़ में सोनिया गांधी को उन सवालों से नहीं बचना चाहिए, जो देश जानना चाहता है। उन्होंने सोनिया गांधी से 10 सवाल पूछे।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है, उससे 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया? हमारे देश की जनता इसका जवाब जानना चाहती है।
नड्डा ने सोनिया गांधी से सवाल किया कि मेहुल चोकसी से आपने राजीव गांधी फाउंडेशन में पैसा क्यों लिया और आपने मेहुल चोकसी को लोन क्यों दिया? देश जानना चाहता है कि मेहुल चोकसी से राजीव गांधी फाउंडेशन का क्या संबंध है? और आपने उसको लोन देने में किस-किस प्रकार से मदद की है।
नड्डा ने कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए आगे कहा कि यूपीए शासन में कई केंद्रीय मंत्रालयों के अलावा सेल, गेल, एसबीआई, अन्य पर राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा देने के लिए दबाव बनाया गया।
भाजपा अध्यक्ष ने सोनिया गांधी से पूछा कि पीएम नेशनल रिलीफ फंड का ऑडिटर कौन है? उन्होंने कहा कि ठाकुर वैद्यनाथन एंड अय्यर कंपनी ऑडिटर थी। रामेश्वर ठाकुर इसके फाउंडर थे। वे राज्यसभा के सांसद थे और 4 राज्यों के राज्यपाल रहे हैं। कई दशकों तक उसके ऑडिटर रहे।
नड्डा ने कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के रिश्तों पर सवाल करते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने चाइना एसोसिशएन ऑफ इंटरनेशनली फ्रेंडली कॉनटैक्ट के साथ बहुत करीबी से काम किया है। ऐसे कौन-कौन से MoU थे जो चाइना के साथ हस्ताक्षर किए गए। नड्डा ने कांग्रेस से यह भी पूछा कि चाइनीज एबेंसी से फंड और चीन से कितनी बार पैसा लिया।
नड्डा ने कहा कि 130 करोड़ का देश जानना चाहता है कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए क्या-क्या काम किया और किस तरह से आपने देश के विश्वास के साथ विश्वासघात किया है। नड्डा ने कहा कि भारत की फौज देश की और हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है।