इंदिरा की हिटलर से तुलना पर भड़की कांग्रेस, बताया 'हास्यास्पद और अपमानजनक'
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से किए जाने को 'हास्यास्पद और अपमानजनक' करार देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि 'जेटली आरएसएस और भाजपा की विचारधारा से आते हैं जो हिटलर का महिमामंडन और फासीवाद का स्तुतिगान करती है'।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता की याददाश्त बहुत चुनिंदा है और उनको शायद यह पता नहीं है कि तानाशाह चुनाव नहीं कराते। उन्होंने ट्वीट कर कहा, इंदिरा गांधी अपने समय की सबसे कद्दावर नेता थीं और लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित लोकप्रिय प्रधानमंत्री थीं। अरुण जेटली द्वारा इंदिराजी की तुलना हिटलर से किया जाना हास्यास्पद, अपमानजनक और इतिहास के तथ्यों को तोड़ना-मरोड़ना है।
शर्मा ने कहा, इंदिरा गांधी की निर्वाचित सरकार को असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक तरीकों से अस्थिर करने की कोशिश की गई थी। इंदिरा गांधी ने खुद खेद प्रकट किया था। जेटली पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, अरुण जेटली की याददाश्त बहुत चुनिंदा है।
शर्मा ने कहा, तानाशाह चुनाव नहीं कराते। भाजपा को याद दिलाना होगा कि इंदिरा गांधी ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आपातकाल हटाया था। वे चुनाव में हारीं और उन्होंने पूरी विनम्रता से हार स्वीकार की। कांग्रेस नेता ने कहा, अरुण जेटली की भाजपा का हिटलर को लेकर मोह समझ में आता है।
उन्होंने कहा, वे उसी आरएसएस/भाजपा की विचारधारा से आते हैं जो हिटलर का महिमामंडन और फासीवाद का स्तुतिगान करती है। उनको सलाह है कि वे गोलवलकर को पढ़ें या फिर इस विचार को खारिज करने का साहस दिखाएं। उन्होंने कहा, भाजपा और आरएसएस इंदिरा गांधी का अपमान नहीं कर सकते और न ही उनकी शहादत को कमतर कर सकते हैं। भारत के लोग उनको नायिका के तौर पर ही याद करेंगे।
गौरतलब है कि आपातकाल के 43 साल पूरे होने के मौके पर कल जेटली ने जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर और इंदिरा गांधी के बीच तुलना करते हुए कहा था कि दोनों ने लोकतंत्र को तानाशाही में तब्दील कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या इंदिरा गांधी का फैसला नाजी जर्मनी से प्रेरित था। (भाषा)