उरी आतंकवादी हमले का प्लान तैयार, राजनाथ ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
जन्मू और कश्मीर के उरी सेकटर में सेना के एक कैम्प पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद 17 जवानों के शहीद होने के बाद देशभर से बदले की कार्रवाई करने की मांग उठ रही है। इस दबाव के मद्देनजर सोमवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू और कश्मीर की, खासकर सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह एवं रक्षा मंत्रालयों, सेना, अर्धसैन्य बलों के शीर्ष अधिकारियों और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने गृहमंत्री को कश्मीर घाटी के साथ-साथ नियंत्रण रेखा की हालिया जमीनी स्थिति से अवगत कराया।
सूत्रों ने कहा कि सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले से उपजी नई चुनौतियों से निपटने की संभावित रणनीतियों पर भी बैठक में चर्चा हुई। हमले का शिकार बना मुख्यालय नियंत्रण रेखा के पास स्थित है।
श्रीनगर की यात्रा स्थगित करने वाले केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने भी इस बैठक में शिरकत की। सूत्रों ने कहा कि गृहमंत्री और शीर्ष अधिकारियों ने देशभर की सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की। इसमें पश्चिमी सीमा- पंजाब से गुजरात तक- की स्थिति की समीक्षा विशेष तौर पर की गई। बैठक खत्म होने के बाद पर्रिकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके बाद सरकार आगे की रणनीति बनाएगी।
इसी बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक दल के उरी का दौरा करने की उम्मीद है। इस दल को आतंकी हमले का शिकार बने स्थान का जायजा लेकर सुराग एवं साक्ष्य जुटाने हैं। हथियारों से लैस आतंकियों ने कल सेना के उरी स्थित बेस पर हमला किया था। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए। संदेह है कि ये आतंकवादी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के थे।
बीते 25 साल से जम्मू-कश्मीर में चले आ रहे उग्रवाद के दौरान राज्य में सेना पर किया गया यह सबसे घातक हमला है और भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
बयान नहीं बदला चाहिए : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा है, 'हम उरी में हुए कायराना हमले की निंदा करते हैं। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि इस घिनौने हमले के पीछे जो भी हैं उन दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हम सभी शहीदों को नमन करते हैं, देश के लिए उनकी सेवाएं हमेशा याद रखी जाएंगी।’
हमले के बाद राजनाथ सिंह ने कहा है कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान को अलग-थलग कर देना चाहिए। राजनाथ ने कहा है कि 'उरी हमले में शामिल आतंकी प्रशिक्षित और भारी हथियारों से लैस थे। पाकिस्तान एक आतंकी राष्ट्र है और इसे पहचान कर अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए।'