असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ का कहर, जंगल छोड़ घर में घुसा टाइगर
गुवाहाटी। असम में बाढ़ का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। राज्य में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और 57 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क में भी पानी भर गया है इससे जानवर अब सुरक्षित जगह तलाशने में लगे हुए हैं। इस बीच नेशनल पार्क इलाके में स्थित हरमति इलाके के एक घर में उस समय लोगों के होश उड़ गए, जब घरवालों ने घर में बिस्तर पर एक बाघ को देखा।
घर में बाघ की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इस घर पर पहुंचे। वन विभाग को तुरंत इसकी सूचना दी गई। बाघ को अभी तक निकाला नहीं जा सका है।
वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया टाइगर की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। ताकि टाइगर को घर से सुरक्षित निकालकर जंगल में भेजा जा सके। बाढ़ ने काजीरंगा के वन्यजीवों को भारी नुकसान पहुंचाया है। पिछले हफ्ते से लेकर अब तक काजीरंगा के 17 जानवरों की मौत हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि गोलाघाट और नगांव जिलों में स्थित काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का 90 फीसदी हिस्सा अब तक जलमग्न है। बाढ़ से यहां 150 से अधिक शिकार रोकथाम शिविर प्रभावित हुए हैं।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले भारतीय गैंडे की दुनिया में सबसे अधिक आबादी है। यहां बाघ, हाथी, भालू (स्लॉथ बियर), बंदर और कस्तूरी हिरन जैसे अन्य जानवर भी हैं। कुछ जानवरों ने उद्यान के अंदर स्थित ऊंचे स्थानों पर शरण ली है और कई राष्ट्रीय राजमार्ग 37 को पार कर कार्बी आंगलोंग में ऊंचाई वाली जगहों पर चले गए हैं।