जयपुर। राजस्थान के जोधपुर केंद्रीय कारागार में लगभग पौने पांच साल से बंद नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी कथावाचक आसाराम की बुधवार की दिनचर्या सामान्य रही। हालांकि उनके चेहरे पर तनाव देखा गया।
कारागार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आसाराम बुधवार सवेरे आम दिनों की अपेक्षा जल्दी उठे और रात भर बेचैनी में रहे। उनके चेहरे पर सजा का भय बना रहा। आसाराम सवेरे चार बजे उठे और आम दिनों की तरह उन्होंने आज किसी तरह का व्यायाम नहीं किया।
बताया जाता है कि आसाराम ने दैनिक क्रिया से फारिग होकर पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के दौरान वह काफी तनाव में देखे गए और उनके चेहरे पर सजा के भय के साथ मायूसी देखी गई।
जोधपुर उच्च न्यायालय ने राजस्थान पुलिस की गुहार पर मामले का फैसला जेल में ही अदालत लगाकर करने का आदेश दिया था। इसी के चलते जेल में ही अस्थाई अदालत लगाई गई। गौरतलब है कि एसटीएससी कोर्ट के पीठासीन अधिकारी मधुसूदन शर्मा ने मामले की सुनवाई पूरी करते हुए सात अप्रैल को फैसला सुरक्षित रखते हुए 25 अप्रैल को अंतिम निर्णय सुनाने के आदेश दिए थे। (वार्ता)