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Written By WD

आशुतोष महाराज की समाधि का सच..!

Ashutosh Maharaj | आशुतोष महाराज की समाधि का सच..!
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दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज के समाधि लेने पर विवाद हो गया है।

आशुतोष महाराज करीब सात दिन से एक ऐसे कमरे में समाधि लिए हुए हैं जिसका तापमान शून्य डिग्री है। आशुतोष महाराज ने बीते मंगलवार रात करीब साढ़े बारह बजे समाधि ली थी।

डॉक्टरों के अनुसार आशुतोष महाराज क्लीनिकल रूप से डेड हो चुके हैं जबकि उनके शिष्य इस बात से इंकार कर रहे हैं। दूसरी ओर संस्थान में प्रॉपर्टी विवाद जैसी खबरें भी आ रही हैं जबकि शिष्य इन खबरों से इंकार कर रहे हैं। खबरें हैं कि प्रॉपर्टी हड़पने के लिए आशुतोष महाराज को बंधक बनाया गया है।

अगले पन्ने पर क्या है पूरा मामला...


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पिछले सप्ताह आशुतोष महाराज की मौत की खबर आई थी, लेकिन उनके शिष्यों ने कहना था कि वे गहन समाधि में चले गए हैं और वे समाधि खत्म होने के लिए 70 घंटे तक इंतजार करेंगे। आशुतोष महाराज के शिष्यों की संख्या लाखों में है और पंजाब में 65 आश्रमों के साथ देशभर में फैले करीब 350 आश्रमों के अलावा विदेशों में भी संस्थान के कई आश्रम हैं।

आशुतोष महाराज के साथ समाधि में डॉक्टर हरपाल मौजूद हैं। डॉ. हरपाल का कहना है कि आशुतोष महाराज की धड़कनें बंद पड़ी हैं और उनकी चमड़ी का रंग बदल रहा है। डॉक्टर हरपाल के अनुसार महाराज का ईसीजी, ब्रेन एवं हार्ट बीट शून्य है। आशुतोष महाराज की जो हालत बताई जा रही है, उसे मौत माना जा रहा है। आशुतोष महाराज को क्लीनकल रूप से डेड बताया जा रहा है।

अगले पन्ने पर, क्या कहना है शिष्यों का...


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आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी पातेश्वरी का कहना है कि हिमालय में भी शून्य डिग्री से भी कम तापमान होता है। वहां पर भी साधु-संत समाधि के लिए जाते हैं। आशुतोष महाराज गहन समाधि में हैं। आशुतोष महाराज के ड्राइवर पूरणसिंह ने कहा कि संपत्ति हड़पने के लिए उन्हें बंधक बनाया गया है।

पूरण ने इसके लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर कर दी है। पूरण सिंह ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने आशुतोष महाराज को गैर कानूनी रूप से बंधक बनाकर रखा है। शिष्यों ने संस्थान में प्रॉपर्टी विवाद होने जैसी बातों को वक्तायों ने कोरी बकवास बताया।

उनका कहना है कि आशुतोष महाराज का कोई भी प्रॉपर्टी या बैंक अकाउंट नहीं है। उनका कहना था की 1991 में संस्थान को रजिस्टर करवाया गया था और संस्थान की कोई भी प्रॉपर्टी महाराज के नाम पर नहीं है। सभी कुछ संस्थान को चला रही सोसायटी के नाम पर है। पंजाब और हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया है कि आशुतोष महाराज क्लीनिकली डेड हैं।