Last Updated :रायबरेली (वार्ता) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:13 IST)
करार के लिए कोई भी कुर्बानी-राहुल
कांग्रेस महासचिव और अमेठी के सांसद राहुल गाँधी ने बुधवार को कहा कि परमाणु करार देश हित में है और इसके लिए केन्द्र की संप्रग सरकार कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।
गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने परमाणु करार पर पहल कर देश के हित में फैसला लिया है और उनके फैसले पर सभी को गर्व है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी तथा पार्टी के बड़े नेता भी चाहते हैं कि अमेरिका के साथ परमाणु करार हो।
उन्होंने कहा कि परमाणु करार के मुद्दे पर सरकार को खतरा हो सकता है, लेकिन सच का साथ नहीं छोड़ा जा सकता। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग राजनीतिक कारणों से तथा कुछ लोग निजी कारणों से परमाणु करार का विरोध कर रहे हैं।
गाँधी ने कहा कि परमाणु करार देश के लिए उतना ही जरूरी है, जितना कि कंप्यूटर। उन्होंने कहा कि उनके पिता दिवंगत राजीव गाँधी ने जब कंप्यूटर की बात की थी, तब उसे गंभीरता से नहीं लिया गया था तथा यह सवाल भी उठा था कि इससे किसानों को कैसे फायदा होगा। आज सभी लोग देख रहे हैं कि खेती में भी किसानों ने किस तरह कंप्यूटर का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि कंप्यूटर के आने पर यह अफवाह भी थी कि इससे बेरोजगारी बढ़ेगी तथा आदमी का काम कंप्यूटर से लिया जाएगा। अब यह बात भी गलत साबित हो रही है। कंप्यूटर से रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
गाँधी ने कहा कि उनसे हुई बातचीत में विपक्ष के युवा नेता भी परमाणु करार को सही मान रहे हैं। हालाँकि उन्होंने विपक्ष के इन नेताओं के नाम नहीं बताए।
गाँधी ने कहा कि उत्तरप्रदेश समेत किसी भी राज्य सरकार का काम गरीबी हटाने के लिए होना चाहिए। गरीबी हटाने के कार्यक्रम में राज्य सरकारों को केन्द्र की ओर से भरपूर मदद मिलती है। उन्होंने मुख्यमंत्री मायावती के राज्य के साथ भेदभाव करने के आरोप को पूरी तरह से नकार दिया और कहा कि केन्द्र सरकार तो उत्तरप्रदेश के मामले में कुछ ज्यादा ही उदार है तथा इसे हर संभव सहायता दी गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश समेत जिन राज्यों में कांग्रेस कमजोर नजर आती है, वहाँ युवक कांग्रेस का संगठन खड़ा किया जा रहा है। पार्टी चाहती है कि अब जिम्मेदारी युवाओं पर भी डाली जाए।