प्यार की मीठी खुराक बच्चों के लिए
बच्चे फूल से नाजुक होते हैं। इन्हें प्यार की मीठी खुराक और उचित देखभाल की बेहद जरूरत होती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पहले साल के दौरान ही बच्चें के प्रति प्यार में कमी दिखाई गई तो उन बच्चों का दिमाग बहुत कम विकसित हो पाता है और सामाजिक क्षमता में भी कमी देखी जाती है। लंदन के मशहूर मनोविश्लेषक डॉ. सेरी पावर के अनुसार माँ के बच्चे आजकल मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से अक्सर गुजर रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर माँ और बच्चे के संबंधों पर ध्यान दिए बगैर अक्सर इसे माँ की समस्या मान लेते हैं जो कि गलत है।नवजात शिशु के मानसिक विकास के लिए उस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है क्योंकि इसका प्रभाव बच्चे के दिमाग के विकास पर प़ड़ता है।डेली मेल में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक मानसिक परेशानियों के मद्देनजर माँ की भूमिका पर सोचना जरूरी है। यदि माँ सामाजिक भूमिका का निर्वहन करने में सफल हाती है तो उसके बच्चे भी मानसिक स्वास्थ संबंधी समस्याओं से दूर रहता है।