Last Modified: भोपाल/रायसेन ,
शनिवार, 14 मार्च 2009 (11:28 IST)
इंजीनियरिंग छात्रों पर भी मंदी की मार
मंदी की मार ने प्रदेश के इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को खून के आँसू रोने पर मजबूर कर दिया है।
मंदी के चलते हालात यह बन गए हैं कि प्रदेश के इंजीनियरिंग स्टूडेंट बीते एक माह से कैंपस की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन अभी तक कंपनियों ने अपना रुख कॉलेजों की ओर नहीं किया है।
दूसरी ओर पिछले साल कैंपस प्लेसमेंट में सिलेक्ट हुए प्रदेश के हजारों इंजीनियर छात्र-छात्राओं के ज्वॉइनिंग लेटर भी अभी तक नहीं आए हैं। यही नहीं हर साल 15 फरवरी से कॉलेजों में शुरू हो जाने वाला प्राइवेट कंपनियों का कैंपस प्लेसमेंट अभी तक शुरू नहीं हो सका है।
कॉलेजों से जुड़े सूत्रों की मानें तो इस बार कैंपस होने के बहुत ज्यादा आसार नजर भी नहीं आ रहे हैं, क्योंकि मंदी का सामना कर रही प्राइवेट कंपनियों ने अपनी वेबसाइट्स में यह दर्शा दिया है कि आवश्यकता होने पर ही कैंपस किए जाएँगे।-अम्बुज माहेश्वरी