शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
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Written By WD

कौन से लक्षण बनाते हैं अपराधी और दुराचारी

शारीरिक बनावट से पहचानें अपराधियों को

कौन से लक्षण बनाते हैं अपराधी और दुराचारी -

* ज्योतिष सीखें : कैसे पहचानें अपराधी

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ज्योतिष के ज्ञान के सही प्रयोग से असली अपराधी को पकड़ने में पूर्ण मदद मिल सकती है। कुछ ऐसे चिह्न जिन्हें देखकर अपराधी को पहचाना जा सकता है, नीचे दिए जा रहे हैं-

जिन लोगों के हाथ की अंगुलियों की अपेक्षा हथेली बड़ी और भारी हो तो उस ही अनुपात में मनुष्य में पशु‍वृत्ति विशेष होगी। यदि ऐसे व्यक्तियों का अंगूठा छोटा और गदा की तरह मोटा हो तो ऐसा व्यक्ति क्रोध के आवेश में कत्ल भी कर सकता है।

यदि बुध क्षेत्र अधिक उच्च हो और कनिष्ठिका उंगली टेढ़ी हो तो ऐसा व्यक्ति धोखेबाज तथा बेईमान प्रकृति का होता है। यदि मंगल क्षेत्र अधिक ऊंचा हो और उस पर द्वीप, क्रॉस आदि चिह्न हो तो ऐसे व्यक्ति की प्रवृत्ति में क्रूरता अधिक होती है। ऐसे व्यक्ति डाकू, आतंककारी तथा लूटमार करने वाले हो सकते हैं।

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यदि दोनों हाथों में एक ही स्थान पर शीर्ष रेखा खंडित हो तो उतने ही काल तक यदि जीवनरेखा का मार्ग किसी आड़ी रेखा द्वारा बंद कर दिया गया हो और जीवन रेखा, स्वास्थ्य रेखा तथा शीर्ष रेखा के बीच क्रॉस का चिह्न हो तो ऐसे जातक की फांसी द्वारा मृत्यु होती है।

यदि शीर्ष रेखा को काटने वाली छोटी रेखाएं गोल या लहरदार हों और चंद्र क्षेत्र के अंत तक जाती हों तो जातक को जहां पागल होने का डर रहता है वहीं वह किसी की हत्या भी कर सकता है।

यदि हृदय रेखा तथा शीर्ष रेखा सीधी, गहरी तथा लाल हो और मंगल क्षेत्र भी लाल हो तो ऐसा व्यक्ति हिंसक प्रवृत्ति का होता है और दूसरों के प्राण भी ले सकता है।


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यदि कोई लहरदार रेखा चंद्र से चलकर हृदय रेखा पर आकर मिलती हो तो ऐसे व्यक्ति की हिंसात्मक प्रवृत्ति होती है। यदि अनामिका अंगुली का तृतीय पर्व लंबा तथा मोटा हो तो मनुष्य नीचे दर्जे का जुआरी होता है।

यदि मंगल क्षेत्र बहुत उठा हुआ हो और उस पर जाल चिह्न हो तो ऐसा व्यक्ति किसी का खून कर सकता है। जिनकी अंगुली बहुत लंबी होती हैं ऐसे लोग बहुत क्रोधी प्रवृत्ति के होते हैं। ये किसी को जहर देने में भी नहीं हिचकते।

शनि की अंगुली के तीसरे पोर पर यदि क्रॉस का चिह्न हो तो ऐसा व्यक्ति किसी भी प्रकार का जुर्म कर सकता है। यदि दोनों हाथों की शनि की उंगलियों के प्रथम पोर पर तारे का चिह्न हो तो ऐसे व्यक्ति में जुर्म करने तथा मारने की प्रवृत्ति होती है।


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शनि की अंगुली के तीसरे पोर पर यदि क्रॉस हो और दो आड़ी रेखाएं एक ऊपर और दूसरी नीचे की तरफ हो तो ऐसा व्यक्ति बेईमान होता है तथा उसमें चोरी करने की आदत पाई जाती है।

शनि पर्वत से प्रारंभ होने वाली छोटी-छोटी रेखाएं शनि की अंगुली के तीसरे पोर में प्रवेश कर जाएं तो ऐसा व्यक्ति निर्दयी होता है। बुध की अंगुली के प्रथम पोर में क्रॉस का चिह्न हो और हाथ भी बेडौल हो तो ऐसे व्यक्ति की प्रवृत्ति में चोरी करना, लूटपाट करना पाया जाता है।

बुध अंगुली के दूसरे पोर पर लहरदार खड़ी रेखाएं अथवा क्रॉस का चिह्न पाया जाए तो ऐसा व्यक्ति धोखेबाज होता है। उसमें चोरी करने की आदत भी होती है।


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यदि बुध क्षेत्र पर जाल का चिह्न हो तो ऐसा व्यक्ति झूठी कसमें खाने वाला तथा चोर प्रवृत्ति का होता है।

ऐसा व्यक्ति निम्न स्तर के कार्यों को कार्यान्वित करने के लिए आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान का भी उपयोग कर सकता है।

यदि हथेली चौड़ी हो और अंगूठे का प्रथम पोर बदसूरत हो तथा मंगल क्षेत्र पर एक खड़ी लाइन हो तो ऐसा व्यक्ति हिंसक प्रवृत्ति का होता है