दुर्घटना से बचने के लिए अशुभ ग्रहों की शांति के उपाय
इससे पहले हमने 'जानें अपना भविष्य', 'दुर्घटना के पूर्व समय का पता कैसे लगाएं' और 'कुंडली में दुर्घटना के योग' तथा 'कुंडली के दुर्घटना योग से बचने के उपाय' जाने।
अब हम जानेंगे कि दुर्घटना से बचने के लिए अशुभ ग्रहों की शांति के लिए क्या उपाय करें : -
सूर्य : सूर्य को जल दें। पिता की सेवा करें। गेहूं और तांबे का बर्तन दान करें।
चंद्र : किसी मंदिर में कुछ दिन कच्चा दूध और चावल रखें। माता की सेवा करें। चंद्र के लिए चावल, दूध एवं चांदी की वस्तुएं दान करें।
मंगल : मंगलवार को बंदरों को भुना हुआ गुड़ और चने खिलाएं। बड़े भाई-बहन की सेवा करें। मंगल के लिए साबुत मसूर की दाल दान करें।
बुध : तांबे के पैसे में सुराख करके बहते पानी में बहाएं। फिटकरी से दांत साफ करें। साबुत मूंग का दान करें। मां दुर्गा की आराधना करें।
बृहस्पति : केसर का तिलक रोजाना लगाएं। कुछ मात्रा में केसर खाएं और नाभि या जीभ पर लगाएं। चने की दाल या पीली वस्तु का दान करें।
शुक्र : गाय की सेवा करें। घर तथा शरीर को साफ-सुथरा रखें। गाय को हरा चारा डालें। दही, घी, कपूर का दान करें।
शनि : शनि के दिन पीपल पर तेल का दीया जलाएं। किसी बर्तन में तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखें और बर्तन तेल के साथ दान करें। हनुमानजी की पूजा करें और बजरंग बाण का पाठ करें। काले साबुत उड़द एवं लोहे की वस्तु का दान करें।
राहु : जौ या मूली या काली सरसों का दान करें।
केतु : चींटियों को शकर मिश्रित आटा खिलाएं। काला सफेद कंबल कोढ़ी (कुष्ठ रोग से पीड़ित) व्यक्ति को दान करें।