भारत में लोगों की जान लेती सोशल मीडिया की अफवाहें
सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहें भारत में घातक साबित हो रही हैं। दक्षिण भारत में एक महीने के भीतर छह लोगों को भीड़ ने इन्हीं अफवाहों के आधार पर मौत के घाट उतार दिया।
दक्षिण भारत में सोशल मीडिया पर लगातार बच्चों को अगवा करने वाले एक गैंग को लेकर अफवाहें चल रही हैं। हैदराबाद में लोगों ने एक ट्रांसजेंडर महिला को इसी गैंग का सदस्य समझ कर मार दिया। इस घटना में तीन लोग घायल भी हुए हैं। लेकिन पुलिस का कहना है कि इस तरह कि कोई गैंग है ही नहीं। इस तरह के तथाकथित गैंग की अफवाहों के कारण होने वाली यह छठी हत्या है।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजिनी कुमार ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "हैदराबाद में कोई किडनैपिंग गैंग नहीं है। हम लोगों को चेतावनी देते हैं कि वे सोशल मीडिया पर चलने वाली अफवाहों के आधार पर किसी को नुकसान न पहुंचाएं।"
इससे पहले हैदराबाद से लगभग 160 किलोमीटर दूर निजामाबाद जिले में 42 साल के एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट पीट कर मार दिया। इस व्यक्ति पर भी भीड़ ने बच्चों को अगवा करने का आरोप लगाया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 20 मई को सैकड़ों लोगों की भीड़ ने एक मजदूर को पीट पीट कर मार दिया जबकि उसके सात अन्य साथियों को घायल कर दिया। उन पर भी बच्चों की तस्करी करने के आरोप मढ़े गए। आंध्र प्रदेश में ही एक भिखारी को इसी तरह मार दिया गया।
पुलिस ने ट्रांसजेंडर महिला के साथ मारपीट करने के आरोप में 35 लोगों का गिरफ्तार किया। हैदराबाद में पुलिस स्थानीय लोगों के साथ मिल कर लाउडस्पीकर के जरिए सड़कों पर जनता से कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील कर रही है। पुलिसवाले जोर जोर से चिल्लाकर कह रहे हैं, "अफवाहों पर विश्वास मत करो।"
तेलंगाना के साथ साथ उसके पड़ोसी राज्यों आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं और लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। इन सभी राज्यों में अधिकारियों को लोगों को ऐसा ना करने की कड़ी चेतावनी दी है।
पुलिस का कहना है कि मारे गए ज्यादातर लोग उस इलाके से नहीं थे जहां उन्हें मारा गया। पुलिस को अभी इस बारे में जांच करनी है कि क्या व्हाट्सएप पर चल रहे वीडियो से जुड़े अपहरण के कोई मामले हैं या नहीं। इस तरह के वीडियो सर्कुलेट करने के आरोप में पुलिस ने एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन वीडियो में कुछ लोगों को घर के सामने से बच्चा उठाते हुए और एक शिशु के अंगों को छिन्न भिन्न करते दिखाया गया है।
एके/आईबी (एएफपी)