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Last Updated : बुधवार, 27 दिसंबर 2017 (22:28 IST)

अंडर-19 विश्वकप की अहमियत बढ़ी : शिखर धवन

अंडर-19 विश्वकप की अहमियत बढ़ी : शिखर धवन - Shikhar Dhawan, Under-19 Cricket World Cup
दुबई। भारतीय सीनियर टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का मानना है कि अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप का महत्व काफी बढ़ गया है, क्योंकि इसमें खेलने वाले अधिकतर खिलाड़ी अपनी सीनियर टीमों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।


अंडर-19 का क्रिकेट विश्वकप अगले वर्ष 13 जनवरी से न्यूजीलैंड में खेला जाएगा। भारत पांच बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है और तीन बार उसने खिताब अपने नाम किया है। आईसीसी ने शिखर के हवाले से कहा, अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप युवाओं के लिए एक शानदार मंच है, जहां उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव मिलता है।

खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के माध्यम से न सिर्फ अपनी कमियों को जानने का मौका मिलता है, बल्कि उन्हें यह भी पता चलता है कि इसमें कुछ बड़ी चीजें कैसे होती हैं। शिखर 2004 के अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' रहे थे। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि टूर्नामेंट का महत्व बढ़ा है, क्योंकि इसमें अच्छे प्रदर्शन के बाद ही इतने सारे खिलाड़ी सीनियर टीम में है और कुछ तो अपनी टीमों का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं।

अगर हम इसके इतिहास को देखें तो हमें पता चलेगा कि टूर्नामेंट में खेल चुके बहुत से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टीम की ओर से खेल रहे हैं। भारतीय सीनियर टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा दो बार अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप खेल चुके हैं। जडेजा उस टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं, जब 2008 में भारत ने विराट कोहली की अगुआई में खिताब जीता था।

जडेजा ने कहा, यह सीखने की सबसे अच्छी जगह है और इससे खिलाड़ियों को यह भी पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट क्या है। मैं उस टीम का हिस्सा था जब 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने खिताब जीता था और यह टूर्नामेंट मेरे लिए हमेशा खास रहेगा। उस खिताबी जीत के बाद विराट सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और एक सफल कप्तान भी बन गए।

2014 के अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में स्कॉटलैंड के खिलाफ हैट्रिक लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा, अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का यह एक बहुत बड़ा मंच है। यदि आप इस अंडर-19 विश्वकप में अच्छा करते हैं तो भविष्य में आपको सीनियर टीम में खेलने का मौका मिलता है।

उन्होंने ने कहा, 2014 के अंडर-19 विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में मुझे कोई विकेट नहीं मिला था, लेकिन फिर उसके बाद मैंने स्कॉटलैंड के खिलाफ हैट्रिक ली, जो मेरे और टीम के लिए भी काफी अहम था। उसके बाद बाकी मैचों में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया।

कुलदीप ने कहा, अब मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हैट्रिक ले चुका हूं। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ हैट्रिक लेने के बारे में कभी नहीं सोचा था। अब मैं दो बार हैट्रिक ले चुका हूं, एक अंडर-19 विश्वकप में और एक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में। (वार्ता)