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Last Modified: शुक्रवार, 15 जुलाई 2022 (16:17 IST)

बल्ले से खाता नहीं खोलने वाले रोहित ने कप्तानी में हारा साल का पहला वनडे

बल्ले से खाता नहीं खोलने वाले रोहित ने कप्तानी में हारा साल का पहला वनडे - Rohit Sharma had a forgettabl outing as a batsman and a skipper at lords
इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए मैच के बाद सबकी निगाहें विराट कोहली के खराब फॉर्म पर है लेकिन रोहित शर्मा के लिए भी यह मैच बतौर कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर भुलाने लायक रहा।

रोहित शर्मा अगर नई गेंद के खिलाफ जल्दी आउट होते हैं तो वह सिर्फ 1 ही तरीके से आउट होते हैं। अंदर आती हुई गेंद से, और इंग्लैंड में तो यह काफी बार हो चुका है।

चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल में मोहम्मद आमिर ने उनको ऐसे ही 0 पर रवाना किया था जैसे कल रीस टॉप्ली ने उनको पगबाधा किया। दोनों ही मौकों पर रोहित को रिव्यू भी नहीं बचा पाया।   

सिर्फ बतौर बल्लेबाज ही नहीं बतौर कप्तान भी गुरुवार का मकुबला रोहित के लिए खास नहीं रहा। यह उनकी कप्तानी में साल का पहला वनडे था जो वह हारे। इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 में भी अपनी कप्तानी में वह इस साल किसी भी प्रारुप में पहला मैच हारे।
फेल हुए भारतीय बल्लेबाज  

249 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय बल्लेबाजी के सामने इंग्लिश गेंदबाजों ने कड़ी चुनौती पेश की। सलामी बल्लेबाज और कप्तान रोहित शर्मा 10 गेंदें खेलकर शून्य रन बनाकर आउट हो गये। शिखर धवन ने 26 गेंदें खेलकर नौ रन बनाये जबकि विराट कोहली ने 25 गेंदों पर 16 रन की पारी खेली। विकेटकीपर ऋषभ पंत भी बिना रन बनाये पवेलियन लौट गये। 31 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद भारत को बड़ी साझेदारी की ज़रूरत थी। सूर्यकुमार और जडेजा ने प्रयास किया लेकिन दोनों 42 रन ही जोड़ पाये। सूर्यकुमार यादव ने आउट होने से पहले 29 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की बदौलत 27 रन की जुझारू पारी खेली। भारत की उम्मीदें इसके बाद जडेजा और पांड्या पर टिकी थीं लेकिन दोनों केवल 29-29 रन ही बना पाये। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने टोप्ली की अगुवाई में पिच का भरपूर फायदा उठाया और लगातार धीमी होती पिच पर भारत के लिये रन बनाना भी मुश्किल होता गया, जिसके नतीजे में भारतीय पारी 146 रन पर सिमट गयी और इंग्लैंड ने 100 रन की विशाल जीत दर्ज की।
इससे पहले, भारत ने युज़वेंद्र चहल (10 ओवर, 47 रन, चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड को 246 रन पर ऑल आउट कर दिया था।

इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज 50 रन के आंकड़े को नहीं छू सका था। मोईन अली ने 47(64), डेविड विली ने 41(49) और जॉनी बेयरस्टो ने 38(38) रन बनाये।

भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और पहली गेंद पर ही इंग्लैंड पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय और बेयरस्टो ने सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिये 41 रन जोड़े, लेकिन रॉय हार्दिक पांड्या की गेंद पर लूज़ शॉट खेलकर सूर्यकुमार यादव को कैच पकड़ा बैठे। रॉय ने 33 गेंदें खेलकर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 23 रन बनाये।

पहले मैच की तरह इस बार भी इंग्लैंड का मध्यक्रम असफल रहा। रॉय के आउट होने के कुछ समय बाद चहल ने बेयरस्टो को भी बोल्ड करके पवेलियन लौटाया और इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गयी। जो रूट (11), बेन स्टोक्स (21) और कप्तान जॉस बटलर(4) का विकेट 30 रन के अंदर गंवाकर इंग्लैंड ने 102 रन पर अपनी आधी टीम को पवेलियन में लौटा हुआ पाया।

इसके बाद लायम लिविंग्स्टन ने मोईन अली के साथ 46 रन की साझेदारी की। पांड्या की गेंद पर आउट होने से पहले लिविंग्स्टन ने दो चौकों और दो छक्कों की बदौलत 33(33) रन बनाये।

आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आये विली ने भी मोईन के साथ 62 रन की साझेदारी की। मोईन ने अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाकर 47 रन जोड़े, जबकि विली ने दो छक्कों और दो चौकों की बदौलत 41 रन बनाये।
इनके अलावा कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज महत्वपूर्ण योगदान देने में असफल रहा और इंग्लैंड 246 रन पर ऑल-आउट हो गयी।

भारत के लिये युज़ी चहल ने सर्वाधिक चार विकेट लिये जबकि हार्दिक पांड्या (छह ओवर, 28 रन) और जसप्रीत बुमराह (10 ओवर, 49 रन) को दो-दो विकेट हासिल हुए। मोहम्मद शमी (10 ओवर, 48 रन) और प्रसिद्ध कृष्णा (आठ ओवर, 53 रन) ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।
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