राजकोट में खेले गए चौथे टी-20 मुकाबले में ऋषभ पंत को आउट करने के बाद जिस तरह से केशव महाराज कप्तान तेम्बा बावुमा की तरफ़ दौड़े, वह साफ़ दिखाता है कि यह एक योजना बनाकर किया गया शिकार था। भारतीय पारी के 13वें ओवर में महाराज ने आफ़ साइड के बहुत बाहर फ़ुलर गेंद डाली, पंत उसे जबरदस्ती मारने के चक्कर में गए और शॉर्ट थर्डमैन पर अपने बल्ले का बाहरी मोटा किनारा दे बैठे। उस समय पंत का स्कोर 22 गेंद में 17 रन था।
लेकिन अगर आप इस सीरीज़ में पंत को आउट होते हुए देख रहे हैं तो पाएंगे कि वह लगातार इसी तरीक़े से आउट हो रहे हैं। कटक के दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भी महाराज ने पंत को कुछ ऐसी ही गेंद पर आउट किया था। यह महाराज के स्पेल की पहली ही गेंद थी, पंत बिना गेंद की लेंथ देखे ही आगे निकले और उसे इनसाइड आउट मारने की कोशिश की। लेकिन गेंद उनसे काफ़ी दूर थी इसलिए वह डीप कवर में जाने की बजाय डीप प्वाइंट पर गई और वह कैच आउट थे।
ऑफ साइड से बहुत बाहर की गेंदो का प्रतिशत पंत के खिलाफ बढ़ाइसी तरह सीरीज़ के पहले मैच में भी पंत दिल्ली कैपिटल्स के अपने साथी अनरिख़ नॉर्खिये की ऑफ़ स्टंप से काफ़ी बाहर जाती गेंद को छेड़ने के चक्कर में आउट हुए थे। इस साल 19 टी20 पारियों में 10 बार पंत कुछ इसी तरह से वाइड गेंदों पर आउट हो चुके हैं।
गेंदबाज़ पंत के ख़िलाफ़ अपना होमवर्क करके आ रहे हैं। उनको पता है कि पंत स्लॉग और पुल पर अधिकतम रन बनाते हैं, तो वे पंत को स्टंप में कम से कम गेंद करते हैं और फिर वाइड गेंद कर उन्हें आउट कर रहे हैं।
2020 और 2021 में पंत को 32.6% गेंदें स्टंप की लाइन में खेलने को मिली थी, वहीं इस साल यह आंकड़ा घटकर 29.6% हो गया है। वहीं ऑफ़ स्टंप के बहुत बाहर मिलने वाली गेंदें 9.7% की तुलना में 14.3% तक बढ़ गई है।
पंत के प्रदर्शन पर हुआ असरIPL 2022 में एक भी अर्धशतक लगाने में नाकाम कप्तान ऋषभ पंत इस टी-20 सीरीज में अब तक फीके नजर आए।पंत ने इस सीरीज़ में 14.25 के औसत और 105.55 के स्ट्राइक रेट से 57 रन बनाए। इसमें से 29 रन दिल्ली में खेले पहले टी-20 में आए।वहीं 2022 में उन्होंने 28.56 के औसत और 145.54 के स्ट्राइक रेट से 457 रन बनाए हैं।
दूसरी टीमें भी अपनाएंगी यह फॉर्मूलादक्षिण अफ्रीका की देखा देखी अब दूसरी टीमें भी यह फॉर्मूला अपनाएंगी और टीम मीटिंग में यह ही फैसला किया जाएगा कि जैसे पंत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐसे सस्ते में आउट हुए थे वैसे ही दूसरी टीमों के खिलाफ भी ऐसे ही आउट हो सकते हैं।
अब जमाना वीडियो एनालिसिस का है जो कमी बल्लेबाज की एक बार पकड़ में आ जाए उसे दूसरी टीमें भी भुनाती है। जैसे श्रेयस अय्यर की शॉर्ट गेंद ना खेल पाने की कमी दक्षिण अफ्रीका ने भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर देख ली थी। जब भारत दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गया तो यह कमी अफ्रीकी तेज गेंदबाजों ने खूब भुनाई।
टी-20 प्रारूप में पंत को हो सकता है सबसे ज्यादा नुकसानऋषभ पंत साल 2021 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में अलग स्तर का प्रदर्शन कर टीम के हर प्रारूप के बल्लेबाज बन गए। लेकिन अब टी-20 में तो उनके लिए खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। अगर यह योजना दूसरी टीमों ने भी लगातार अपनानी शुरु कर दी तो पंत को टी-20 की कीपिंग नहीं ही मिलेगी।
वनडे में टीम के पास 50 ओवर होते हैं इस कारण समय भी ज्यादा होता है वहीं टेस्ट में टीम को अनुभवी कीपर की तलाश होती है और बल्लेबाज को बिंदी गेंदें खेलने की भी सहूलियत होती है। इस कारण सिर्फ टी-20 में ही पंत के कीपिंग करियर का अंत हो सकता है।
सुनील गावस्कर भी कर चुके हैं आलोचनाचौथे मैच के दौरान कॉमेंट्री कर रहे पूर्व बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने कहा कि पंत का इस तरह से बार-बार आउट होना अच्छे संकेत नहीं हैं। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री करते हुए कहा, "उन्होंने कुछ नहीं सीखा है। वे वाइड गेंदें फेंकते हैं और पंत उसको खेलने जाते हैं। उन्हें कुछ दिन के लिए ऑफ़ साइड में हवाई शॉट मारना बंद कर देना चाहिए। लगभग 10 से अधिक बार वह इसी तरह से आउट हुए हैं। कुछ गेंदें तो वे छोड़ देते तो वाइड होतीं और अतिरिक्त रन व गेंद मिलता। चूंकि वह काफ़ी दूर की गेंद को मारने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए वह गेंद तक पहुंच नहीं पा रहे हैं और शॉट को ठीक से टाइम नहीं कर पा रहे हैं।"
टी-20 में पंत के भी कई विकल्प हैंचौथे मैच के बाद जब पंत से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कुछ निश्चित क्षेत्रों में सुधार करने की कोशिश करेंगे, लेकिन वह ज़्यादा इस बारे में सोच नहीं रहे हैं।
अगर पंत के आंकड़ें और आउट होने का तरीक़ा यही रहा तो भारतीय प्रबंधन उनकी जगह किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज़ को मौक़ा देकर दिनेश कार्तिक या इशान किशन को विकेटकीपिंग का प्रभार दे सकता है, जैसा कि इस सीरीज़ के प्रदर्शन के बाद कई विशेषज्ञों के द्वारा कहा भी जा रहा है।
इसके अलावा केएल राहुल भी तब तक चोट से उबर कर टीम के साथ यात्रा कर सकेंगे। टीम ने हाल ही में संजू सैमसन को आयरलैंड के खिलाफ मौका दिया है। हालांकि वह अंतिम विकल्प है लेकिन इन सब बातों से यह सब साफ है कि पंत को टी-20 टीम से कभी भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।