शनिवार, 27 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. Ravichandran Ashwin all praises for Skipper Rohit Sharma
Written By WD Sports Desk
Last Updated : बुधवार, 13 मार्च 2024 (12:38 IST)

रो रहे थे अश्विन तो रोहित ने कराई थी चार्टड फ्लाइट की व्यवस्था, स्पिनर ने खोला राज (Video)

रोहित असाधारण कप्तान ही नहीं बहुत अच्छे इंसान भी हैं: अश्विन

रो रहे थे अश्विन तो रोहित ने कराई थी चार्टड फ्लाइट की व्यवस्था, स्पिनर ने खोला राज (Video) - Ravichandran Ashwin all praises for Skipper Rohit Sharma
रविचंद्रन अश्विन के मन में एक असाधारण कप्तान के रूप में रोहित शर्मा के लिए हमेशा सम्मान रहा है लेकिन जब इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान उनकी मां चित्रा बीमार पड़ी तो उन्होंने जाना कि भारतीय कप्तान बहुत अच्छा इंसान भी है।

अश्विन का मानना है कि ऐसे समय में जहां लोग केवल अपने बारे में सोचते हैं वहां रोहित शर्मा जैसे नेतृत्वकर्ता भी हैं जो अपने साथी खिलाड़ियों के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं। अश्विन को अपनी मां के बीमार होने के कारण अपना 500वां टेस्ट विकेट हासिल करने के कुछ देर बाद चेन्नई जाना पड़ा था।

अश्विन ने अपने तमिल यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘मैं अपने कमरे में रो रहा था और किसी का फोन नहीं उठा रहा था। ऐसे में रोहित और राहुल (द्रविड़) भाई मेरे पास आए और मैंने उनसे कहा कि मैं कुछ नहीं सोच पा रहा हूं।’’

उन्होंने कहा,‘‘मैं अंतिम एकादश का हिस्सा था और अगर मैं टीम छोड़ दूंगा तो उसमें केवल 10 खिलाड़ी रह जाएंगे। दूसरी तरफ मैं अपनी मां के बारे में सोच रहा था। मैं अपनी मां के पास जाना चाहता था।’’
अश्विन को बाद में एहसास हुआ कि रोहित ने उनके लिए जो किया वह अकल्पनीय था।उन्होंने कहा,‘‘राजकोट हवाई अड्डा शाम छह बजे बंद हो गया था और उसके बाद कोई उड़ान नहीं थी। मैं नहीं जानता था कि क्या करना है। रोहित ने मुझे कुछ भी नहीं सोचने और परिवार के पास जाने के लिए कहा। वह मेरे लिए चार्टर्ड विमान की व्यवस्था करने में लगा हुआ था।’’

अश्विन ने चेतेश्वर पुजारा का भी आभार व्यक्त किया जो अहमदाबाद से राजकोट पहुंचा और उनके साथ चेन्नई तक गया। रोहित ने हालांकि टीम के फिजियो कमलेश जैन को भी अश्विन के साथ चेन्नई जाने के लिए कहा जिससे यह ऑफ स्पिनर काफी भावुक हो गया था।

उन्होंने कहा,‘‘मैं सोच रहा था कि अगर मैं कप्तान होता तो मैं भी अपने खिलाड़ी को परिवार के पास जाने के लिए कहता लेकिन मैं उसके साथ किसी और को भी भेजने के बारे में सोचता, मैं नहीं जानता। उस दिन मैंने रोहित में एक असाधारण कप्तान देखा था।’’(भाषा)
ये भी पढ़ें
पूर्व कोच कुंबले भी हुए कोहली के मुरीद, साल 2017 में हुई थी तनातनी