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Last Modified: कोलंबो , रविवार, 30 अगस्त 2015 (20:56 IST)

ईशांत ने नई गेंद के साथ गेंदबाजी का लुत्फ उठाया

ईशांत ने नई गेंद के साथ गेंदबाजी का लुत्फ उठाया - Ishant Sharma
कोलंबो। भारत की तेज गेंदबाजी के अगुआ और श्रीलंकाई पारी में पांच विकेट लेने वाले ईशांत शर्मा ने आज कहा कि उन्होंने नई गेंद के साथ हरे घसियाले विकेट पर गेंदबाजी का पूरा लुत्फ उठाया। 
ईशांत ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम हरे घसियाले विकेट पर गेंदबाजी करके खुश हैं। मैंने अपना रन अप थोड़ा कम किया। मैंने नई गेंद के साथ गेंदबाजी करने का पूरा मजा लिया। 
 
विशेषकर लाल कूकाबूरा गेंद को लेकर क्योंकि यह थोड़ा स्विंग ले रही है, इसलिए मैंने इसका पूरा लुत्फ उठाया।’ इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘हमें सही स्थान पर गेंदबाजी करने की जरूरत है और खुद पर भरोसा रखना होगा कि आप विकेट ले सकते हो। मैं भी यही कर रहा हूं।’ 
 
ईशांत से जब पूछा गया कि श्रीलंका का स्कोर जब छह विकेट पर 47 रन था तो गेंदबाज उसके पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी आउट क्यों नहीं कर पाए, तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। उस समय कुशाल परेरा भारतीय गेंदबाजों पर हावी रहे। 
 
उन्होंने कहा, ‘कुशाल परेरा के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं था। उसने केवल गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति अपनाई। आपने देखा होगा कि उसने उन गेंदों को भी हिट किया जो सही लेंथ पर की गई थी। आप ऐसे में वास्तव में कुछ नहीं कर सकते। वह लंबा शॉट मारने के प्रयास में ही आउट भी हुआ।’
 
दिल्ली के इस तेज गेंदबाज ने फिर से कहा कि उन्हें टीम का सबसे सीनियर तेज गेंदबाज और गेंदबाजों का अगुआ कहलाना पसंद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं केवल उमेश ही नहीं बल्कि वरुण और भुवी के साथ भी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं। उन्होंने बहुत अधिक टेस्ट मैच नहीं खेले हैं और वे अब भी सीख रहे हैं। उन्हें यह सीखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार विकेट कैसे हासिल करने हैं। उन्हें यह जानना होगा कि वे गेंदबाजी करते समय कितने अनुशासित हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ए चीजें मायने रखती हैं।’ 
 
ईशांत ने कहा, ‘जब मैं गेंदबाजी करता हूं तो मैं गेंदबाज होता हूं आक्रमण का अगुआ नहीं। मैं विकेट देखता हूं और यह देखता हूं कि मुझे कहां गेंद करनी है। मुझे जो भी अनुभव है मैं उनके साथ साझा करता हूं। यदि वे उसे पसंद करते हैं तो उसे अपनाएंगे। यदि उन्हें पसंद नहीं आएगा तो उस पर गौर नहीं करेंगे।’ 
 
ईशांत ने परेरा को क्रीज छोड़ने के लिए कहने के आक्रामक तरीके का भी बचाव किया। उन्होंने परेरा के साथ घटी घटना को मजाकिया अंदाज में टालते हुए कहा, ‘कुशाल अच्छा दोस्त है। मैंने उससे कहा कि वह कितने बजे मेरे साथ रात्रि भोजन के लिए चलेगा।’ (भाषा)