जयपुर। राजस्थान रॉयल्स की टीम को इंडियन प्रीमियर लीग के छठे मैच में अपने ही घर में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ जीत की तलाश होगी। संयोग से दोनों ही टीमें अपने-अपने पहले मैच बुरी तरह हारीं हैं और चाहेंगी कि यहां से एक नई शुरुआत करें। राजस्थान को हैदराबाद ने 9 विकेट से और दिल्ली को किंग्स इलेवन पंजाब ने 6 विकेट से हराया था।
राजस्थान रॉयल्स दो साल के प्रतिबंध के अपमान का कड़वा घूंट पीकर दोबारा आईपीएल में लौटी है, वह भी नए कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ। रहाणे की पहली परीक्षा सोमवार को हैदराबाद में हुई थी लेकिन उसमें वे बुरी तरफ फ्लॉप हुए थे। कप्तानी के अतिरिक्त दबाव का असर रहाणे की बल्लेबाजी में भी दिखाई दिया। रहाणे की सेना पिछले मैच को भूलकर दिल्ली का शिकार करने के लिए कमर कस चुकी है।
कागजों पर दोनों ही टीमें बेहद ताकतवर दिखाई देती हैं लेकिन जब मैदान पर उतरती हैं तो कई शेर 'मेमने' नजर आने लगते हैं। राजस्थान ने आईपीएल-11 के लिए दो खिलाड़ियों पर 24 करोड़ रुपए खर्च किए, लेकिन इन दोनों का निहायत खराब प्रदर्शन फ्रेंचाइजी के माथे पर बल डालने वाला रहा। बेन स्ट्रोक को 12 करोड़ 50 लाख में और जयदेव उनादकट को 11 करोड़ 50 लाख राजस्थान की ताकत बढ़ाने की गरज से खरीदा गया था। ये दोनों हैदराबाद के खिलाफ नहीं चले।
राजस्थान के एक और स्टार बल्लेबाज डॉर्शी शॉर्ट हैं। हैदराबाद में वे जिस तरह से रनआउट हुए, लगा कि उन्होंने आत्महत्या करने की कसम खाई थी। पिछले पांच साल में सवाई मानसिंह स्टेडियम पर पहला आईपीएल मैच खेलने जा रही राजस्थान रॉयल्स की टीम चाहेगी कि शॉर्ट उन्हें अच्छी शुरुआत दें।
स्टीव स्मिथ की कमी जरूर राजस्थान रॉयल्स को खल रही होगी और यही कारण है कि यह टीम हैदराबाद के खिलाफ केवल 125 रन ही बना सकी। रॉयल्स के बल्लेबाज महज 125 रन बना सके। संजू सैमसन (49) को छोड़कर कोई नहीं चल पाया। यही समय है जब टीम के मेंटर शेन वार्न को अपने खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना होगा।
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम मोहाली की बुरी हार के गम को जल्दी भुलाने को बेताब है। लोकेश राहुल ने महज 14 गेंदों में अर्धशतक लगाकर दिल्ली के गेंदबाजों को फोड़कर रख दिया था। दिल्ली के लिए कप्तान गौतम गंभीर ने 55 रनों की पारी से आगाज़ किया था और वे अपने फार्म को जयपुर में भी जारी रखना चाहेंगे।
सनद रहे कि गौतम गंभीर कोलकाता नाइटराइडर्स के नाम के आगे 'चैम्पियन' की उपाधि चस्पा कर चुके हैं। वे सात सालों तक कोलकाता के कप्तान रहे हैं और अब उनकी चाहत यही है कि वे दिल्ली के आगे भी चैम्पियन का शब्द लगाएं। गंभीर की गिनती एक आक्रामक कप्तान के रूप में जानी जाती रही है। उनके पास ट्रेंट बोल्ट, मोहम्मद शमी, मौरिस और अमित मिश्रा के रूप में अच्छे गेंदबाज हैं।
दुर्भाग्य यह रहा कि मोहाली में इन गेंदबाजों का सिक्का नहीं चला। बल्लेबाजी में उसे ग्लेन मैक्सवेल की कमी जरूर खल रही है। यह जरूर है कि पिछले मैच में 6 विकेट की हार से दिल्ली तिलमिलाई हुई है और वह जयपुर में शानदार जीत की इबादत लिखने के लिए कमर कस चुकी है।
इंडियन प्रीमियर लीग के आंकड़ें गवाह हैं कि दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम अपने शुरुआती दो साल यानी 2008 और 2009 में सेमीफाइनल तक और 2012 में प्लेऑफ में खेलने के अलावा वह कुछ खास नहीं कर सकी है। इस बार गौतम गंभीर टीम को काफी आगे ले जाना चाहते हैं।
जयपुर में फिलहाल मौसम बहुत सुहाना है और हल्की बूंदाबादी ने हवा में ठंडक ला दी है। पिच क्यूरेटर तापस चटर्जी को अनुमान है कि मानसिंह स्टेडियम में 160-170 रन बन सकते हैं। बल्लेबाजों के साथ इस पर गेंदबाजों को भी मदद मिलेगी। पिच क्यूरेटर चटर्जी का कहना है कि उन्होंने आउटफील्ड में घास छोड़ रखी है।
चटर्जी को इसका मलाल है कि भले ही राजस्थान रॉयल्स टीम की 'बैन' होने की वजह से 2 साल से आईपीएल के बाहर रही है, लेकिन राजस्थान ने अपना होम ग्राउंड दूसरे शहरों को बनाया। यही कारण है कि जयपुर के मानसिंह स्टेडियम में पांच साल बाद कोई टी20 का मैच होने जा रहा है।