चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 : भारत-पाक में फाइनल! कौन तय करेगा?
-सीमान्त सुवीर
दुनिया की पूरी क्रिकेट बिरादरी की दिली चाहत यही है कि 18 जून रविवार को बर्मिंघम में चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत और पाकिस्तान का हाईवोल्टेज मुकाबला हो...सेमीफाइनल मैच हुए नहीं हैं और फाइनल की ओर अभी से टकटकी लगनी शुरू हो गई हैं। इन कयासों के पीछे सबसे बड़ा कारण क्रिकेट में आई बेशुमार दौलत है और जहां क्रिकेटरों पर धन बरसता है, वहां सब ईमान-धर्म हाशिए पर चले जाते हैं। देखा जाए तो आज मैदानी क्रिकेट को चला कौन रहे हैं? मैदान से बाहर बैठे लोग?? आईसीसी, क्रिकेट बोर्डों और क्रिकेटरों सभी को पैसा चाहिए, फिर वह किसी भी रास्ते क्यों न आए...
इंग्लैंड में चैम्पियंस ट्रॉफी में एशियाई उपमहाद्वीप की टीमों ने जिस स्टेडियम में भी मैच खेले, वह स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा रहा। भारतीय मूल के ही नहीं, दूसरे एशियाई देशों के लोग भी भारी-भरकम राशि खर्च करके क्रिकेट तमाशे को देखने के लिए इंग्लैंड में डेरा डाले हुए हैं। भारत का फाइनल में पहुंचना आईसीसी के लिहाज से फायदे का सौदा है, लिहाजा एक टीम तो तय हो गई...दूसरी टीम उसके सामने कौन? क्या पाकिस्तान या फिर इंग्लैंड?
मंगलवार के दिन विराट कोहली का बयान आया कि दर्शक 18 जून को फाइनल में भारत और इंग्लैंड को देखना चाहते हैं..भारत के कप्तान होने के नाते उनकी सोच सकारत्मक है लेकिन विराट के चाहने से क्या होता है? 'क्रिकेट का बाजार' ऐसा मान रहा है कि फाइनल में वही टीमें आमने-सामने होंगी, जो मैदान से बाहर रहकर क्रिकेट को संचालित कर रहे हैं। सिर्फ प्रदर्शन के आधार पर टीमें आगे बढ़तीं तो आज श्रीलंका के क्रिकेटप्रेमी खून के आंसू नहीं पी रहे होते..
क्रिकेट के टीकाकार पाकिस्तान की श्रीलंका पर चमत्कारिक रूप के साथ ही रोमांचकारी जीत करार दे रहे हैं, जिसे अपना दिमाग स्वीकार नहीं करता। कौनसा चमत्कार? कौनसा रोमांच? क्या 162 रन पर 7 विकेट गिरने का रोमांच था? नहीं, इस मैच के परिणाम की पटकथा तो पहले ही लिखी जा चुकी थी, जिसमें पाकिस्तान को सेमीफाइनल खिलवाना तय था।
चैम्पियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड की टीम
14 जून को कार्डिफ के वेल्स स्टेडियम (जहां पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराया था) के उसी मैदान पर पाकिस्तान अपना सेमीफाइनल मुकाबला इंग्लैंड से खेलने जा रही है जबकि 15 जून को भारत की टक्कर बांग्लादेश से एजबेस्टन, बर्मिंघम में होगी।
इंग्लैंड की टीम इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं और उसने लीग का एक भी मैच नहीं गंवाया है। ऐसे में यदि वह पाकिस्तान के सामने घुटने टेकती है कि यह पूरे टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर होगा और यह माना जाएगा कि भारत पाकिस्तान के हाईवोल्टेज मुकाबले के लिए उसने खुद की बलि दे दी। यह सब 14 जून को मैच शुरू होने के बाद से ही तय होगा कि सटोरियों ने किस टीम की जीत पर दांव लगाया है?
वर्तमान पाकिस्तान टीम में तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर के अलावा ऐसा एक भी खिलाड़ी नहीं है, जो इस चैम्पियंस ट्रॉफी में हैरतअंगेज प्रदर्शन की कूवत रखता हो। लिहाजा इस टीम को 'अंडर डॉग' कहे जाने से अपना इत्तेफाक नहीं है। सरफराज ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 61 रन जरूर बनाए लेकिन क्लास के मामले में वे न तो आईसीसी रैंकिंग में नंबर वनविराट के आगे ठहरते हैं और न ही युवराज के आगे...सरफराज के अलावा पाकिस्तान की बल्लेबाजी अजहर अली, फखर जमान पर आकर ठहर जाती है। मिडिल ऑर्डर में कोई दम नहीं है। इसके बाद भी यदि पाकिस्तान फाइनल में दाखिल होता है तो उसके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं होगा...