Last Modified: चेन्नई ,
शनिवार, 10 दिसंबर 2011 (23:57 IST)
द्रविड़, वाडेकर को शीर्ष बीसीसीआई पुरस्कार
अनुभवी भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और पूर्व कप्तान अजित वाडेकर को शनिवार को यहां भारतीय क्रिकेट बोर्ड के शीर्ष पुरस्कार क्रमश: पाली उमरीगर पुरस्कार और सीके नायडू लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
द्रविड़ ने अक्टूबर 2010 से सितंबर 2011 तक 15 टेस्ट में 53 से ज्यादा के औसत से छह शतक समेत 1285 रन बनाए हैं। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा कि मुझे लगता है कि मैं कड़ी मेहनत से ही यह अच्छा प्रदर्शन कर पाया हूं। मुझे लगता है कि इस साल इसका फल मिल गया है।
द्रविड़ ने कहा कि यह मिश्रित वर्ष रहा क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में निराशा प्राप्त हुई थी, फिर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला, लेकिन जब आपका बोर्ड आपको वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में सम्मानित करता है तो यह सम्मानजक है। द्रविड़ की अनुपस्थिति में उनके माता-पिता ने यह पुरस्कार हासिल किया।
वाडेकर को 1971 के शानदार दौरे की 40वीं वर्षगांठ पर यह सीके नायडू लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार दिया गया। उन्होंने भारतीय टीम की अगुवाई करते हुए 1971 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड श्रृंखला में जीत दिलाई थी।
बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवास से यह पुरस्कार हासिल करते हुए वाडेकर ने इसे 1971 दौरे में टीम के साथियों को समर्पित किया। वाडेकर ने कहा कि मैं इससे काफी खुश हूं। मैं नहीं जानता कि मैं बीसीसीआई के सर्वोच्च पुरस्कार का हकदार हूं या नहीं। मैं अपनी कॉलेज की क्रिकेट टीम में 12वां खिलाड़ी था। मैं उनके लिए ड्रिंक्स ले जाया करता था, तभी मुझे टीम में जगह मिली थी।
सचिन तेंडुलकर ने ऑस्ट्रेलिया से वीडियो संदेश में भारतीय टीम के मैनेजर के तौर पर उनके कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि वे खिलाड़ियों की मानसिकता को समझते थे। किसी भी कोच का अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराना काफी अहम है। आपने मेरे लिए और भारतीय टीम के लिए जो कुछ किया है, उसके लिए शुक्रिया।
सीके नायडू लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार और पाली उमरीगर पुरस्कार के अलावा इस कार्यक्रम में और क्रिकेटरों को भी अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। (भाषा)