Last Modified: नई दिल्ली ,
मंगलवार, 13 दिसंबर 2011 (01:08 IST)
डेरेक के वीडियो से मिली मनोज को प्रेरणा
मनोज तिवारी तब तक ब्रिटिश एथलीट डेरेक रेडमंड के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे, जब तक उन्होंने इंटरनेट पर प्रेरणादायी वीडियो की खोज करते हुए 400 मीटर दौड़ के इस पूर्व धावक का यू-ट्यूब पर वीडियो नहीं देखा।
तिवारी ने कहा मैं यू-ट्यूब पर प्रेरणादायी वीडियो ढूंढ रहा था और तब मुझे रेडमंड की क्लिप देखने को मिली। वह 1992 का बार्सिलोना ओलिम्पिक का फाइनल था।
रेडमंड जब ट्रैक पर था तो बीच में ही उनके घुटने की नस खिंच गई लेकिन वह एक टांग पर दौड़ते हुए फिनिशिंग लाइन तक पहुंचे और दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। जब मैं अपने शतक से 20 रन दूर था, तब मैं ऐंठन से परेशान हो गया था लेकिन यही क्लिप मेरे लिए प्रेरणादायी बनी थी।
तिवारी पिछले एक साल में टीम से अंदर बाहर होते रहे लेकिन उन्हें पता था कि उन्हें एक बड़ी पारी खेलने की जरूरत है। वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में पांचवें मैच में अपना पहला वनडे शतक जड़ने वाले तिवारी ने कहा मुझे लगा कि यह खुद को साबित करने का मेरे पास आखिरी मौका है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और सुरेश रैना लगातार अच्छा खेल रहे हैं। इसलिए मुझे खुद का दावा मजबूत करने के लिए खास पारी की जरूरत थी। शुक्र है कि मैं यह पारी खेलने में सफल रहा और यही प्रदर्शन आगे भी जारी रखना चाहता हूं।
तिवारी से जब उनसे पारी के सर्वश्रेष्ठ शॉट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा केमार रोच पर मेरी पहली बाउंड्री मेरा काफी अच्छा शाट था। इसके अलावा सुनील नारायण पर लगाए गए छक्के से मुझे काफी संतोष मिला। (भाषा)