मुंबई। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रझानों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त तथा अरबों डॉलर मूल्य के 500 और 1,000 के नोट बंद करने की घोषणा के बाद शुरुआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार में जोरदार गिरावट आई। बाजार खुलने के सेकेंडों के भीतर ही सेंसेक्स 1,689 अंक टूट गया। इससे निवेशकों की 6 लाख करोड़ रुपए की पूंजी डूब गई।
रुपए में भी जोरदार गिरावट आई। हालांकि, निवेश के सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की मांग बढ़ी। गैर नकदी उत्पाद के रूप में सॉवरेन गोल्ड बांड तथा स्वर्ण आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में इजाफा हुआ।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज सुबह 26,251.38 अंक पर कमजोर खुलने के बाद सेकेंडों में 1,689 अंक की जोरदार गिरावट के साथ 25,902.45 अंक के निचले स्तर पर आ गया। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर नुकसान में चल रहे थे।
हालांकि, निचले स्तर पर लिवाली से सेंसेक्स की स्थिति कुछ सुधरी। 11 बजे सेंसेक्स 975 अंक के नुकसान पर कारोबार कर रहा था। शुरआती कारोबार में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का मूल्यांकन 6 लाख करोड़ रुपए घट गया। कल कारोबार बंद होने के समय यह 111.44 लाख करोड़ रुपए था।
सबसे अधिक गिरावट में रीयल एस्टेट कंपनियों के शेयर रहे। सेंसेक्स की कंपनियों में अडाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, हीरो मोटोकार्प, आईटीसी, टीसीएस, एचडीएफसी, बजाज आटो, एमएंडएम, मारुति तथा टाटा स्टील के शेयर नुकसान में कारोबार कर रहे थे।
इनके अलावा गेल, सिप्ला, ओएनजीसी, विप्रो, एसबीआई, एशियन पेंट्स, एलएंडटी, सनफार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, डॉ रेड्डीज तथा इन्फोसिस के शेयरों में भी गिरावट थी। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया भी सुबह के कारोबार में 28 पैसे टूटकर 66.90 प्रति डॉलर पर आ गया। सरकार द्वारा कालेधन पर लगाम के लिए अचानक 500 और 1,000 का नोट बंद करने के फैसले से रुपए में जोरदार गिरावट दर्ज हुई।
कल के बंद स्तर 66.62 की तुलना में रुपया 66.70 पर कमजोर खुला। जल्द यह और नीचे आया और सुबह के कारोबार में 66.90 से 66.70 प्रति डॉलर के दायरे में रहा। सुबह 10:45 बजे रुपया 66.90 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था।
इस बीच, शुरुआती कारोबार में छह मुद्राओं की बास्केट पर डॉलर इंडेक्स 2.06 प्रतिशत टूटकर 95.91 पर आ गया। (भाषा)