कैरियर का स्मार्ट ऑप्शन कंपनी सेक्रेटरीशिप
दीपिका शर्मा
इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) एक प्रमुख राष्ट्रीय व्यावसायिक इकाई है जो कि संविधान के कंपनी सेक्रेटरी अधिनियम, 1980 के तहत स्थापित की गई। दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा उपलब्ध कराने वाली इस इकाई का मूल उद्देश्य भारत में कंपनी सचिव के व्यवसाय को विनियमित और विकसित करना है। संस्थान का मुख्यालय लोधी रोड, नई दिल्ली में स्थित है और इसके क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, कोलकाता, नई दिल्ली व चैन्नई जैसे प्रमुख शहरों में हैं। इसके अतिरिक्त, आईसीएसआई के 68 अन्य केंद्र भारत के विभिन्न शहरों में मौजूद हैं।कंपनी सेक्रेटरीशिप के इस पाठ्यक्रम में 2.4 लाख से भी अधिक छात्र नामांकित हैं और आईसीएसआई के करीब 28,000 सदस्य अच्छी जगह कार्यरत हैं। एक व्यावसायिक इकाई की नीतियों के आधार पर यहां छात्रों को ही प्राथमिकता दी जाती है। कंपनी सेक्रेटरी का कैरियर आज समाज में प्रतिष्ठित और आर्थिक रूप से पुरस्कृत है।इस हेतु एडमिशन पूरे साल होते हैं और इसकी परीक्षाएं हर साल जून व दिसंबर में होती हैं। छात्रों की योग्यता बढ़ाने हेतु उनके समक्ष 3 चरण रखे जाते हैं। फाउंडेशन प्रोग्राम, कार्यकारी प्रोग्राम तथा प्रोफेशनल प्रोग्राम एवं इनके पूरे होने पर व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। आज हर उस कंपनी में कंपनी सेक्रेटरी की आवश्यकता होती है जहां बोर्ड, काउंसिल, फेडरेशन और कमीशन के माध्यम से निर्णय लिए जाते हैं। अतः इसमें रोजगार के अवसर भी काफी अच्छे हैं। कानून, प्रबंधन, वित्त, और कंपनी प्रशासन की जानकारी रखने वाला कंपनी सेक्रेटरी आज निदेशक मंडल, शेयरधारक व सरकार तथा अन्य एजेंसियों के बीच एक पुल का कार्य करता है। वे कंपनी कानून, प्रतिभूति कानून, पूंजी बाजार और कंपनी प्रशासन के मामलों में निपुण होता है। पाठ्यक्रम के दौरान ही कैंपस इंटरव्यू का आयोजन किया जाता है जहां विभिन्न कंपनियां, बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम आकर अपने लिए उचित कंपनी सेक्रेटरी चुनते हैं। हाल ही में हुए कैंपस इंटरव्यू में संस्थान के मेधावी छात्र 5 से 7 लाख प्रति वर्ष की आर्कषक सैलरी पर चुने गए हैं। छात्र यदि काफी योग्य है और इंटरव्यू लेने वाली कंपनी एक बड़ी कॉर्पोरेट और अंतरराष्ट्रीय कंपनी है तो आपको 25 लाख से 1 करोड़ रुपए प्रति वर्ष तक का पैकेज मिल सकता है।