बाल कविता : पापा कब आएंगे...
हर्षित होकर बालक बोला,
मम्मी पापा कब आएंगे।
हाथ पकड़कर रोज सबेरे,
बागों की सैर कराएंगे।
मां सहलाती बालक को बोली,
जल्द वो आने वाले हैं।
बहुत खिलौने और मिठाई,
तुमको लाने वाले हैं।
जब आएंगे पास तुम्हारे,
अपनी मंशा जतला देना।
अपनी गोदी में लेकर के,
तुमको खूब टहलाएंगे।